लखनऊ: प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री यासर शाह ने प्रदेश में अनफिट वाहनों द्वारा फैलाये जा रहे वायु प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए एक जनवरी, 2016 से
31 जनवरी 2016 तक प्रदूषण नियंत्रण का विशेष अभियान चलाने के निर्देश परिवहन आयुक्त को दिये हैं। इस बीच सभी वाहन मालिकों को अपने वाहन का पाल्यूशन अण्डर कन्ट्रोल (पी.यू.सी.) सार्टिफिकेट प्रदूषण जाॅच केन्द्रों से लेने के लिए लोगों को जागरूक करने को भी कहा। उन्होंने प्रदेश के सभी प्रदूषण जांच केन्द्रों में प्रदूषण की जाॅच मानक के अनुरूप हो, इसके लिए फोटोयुक्त पहचान वाली नयी मशीनंे लगाने के भी निर्देश दिये ।
श्री शाह आज यहाॅ परिवहन आयुक्त कार्यालय मे परिवहन विभाग की मासिक समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होेंने सभी सम्भागीय परिवहन अधिकारियों को प्रदूषण नियंत्रण के मानकों पर विशेष ध्यान देने को कहा, ताकि प्रदेश की आबो-हवा मानव स्वास्थ्य के अनुकूल रहे। इसके साथ वाहन मालिक अपने वाहन को चुस्त-दुरूस्त रखंे तथा प्रदूषण जाॅच केन्द्रों से पास आउट होने का प्रमाण पत्र लेने पर ही वाहन सड़क पर चलाये। उन्होंने कहा कि जन-जागरूकता के पश्चात भी वाहन मालिक प्रदूषण जांच केन्द्रों से जांच कराकर वाहन का पी0यू0सी0 प्रमाण पत्र नहीं लेता तो फिर ऐसे वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाय तथा इनका लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन भी सस्पेंड किया जाय।
परिवहन मंत्री ने सख्त चेतावनी देते हुए सभी सम्भागीय परिवहन एवं प्रवर्तन दल के अधिकारियों को दिसम्बर 2015 के अन्त तक बकाया राजस्व वसूली के लक्ष्य को हरहाल में पूरा करने के निर्देश दिये। मालूम हो कि परिवहन विभाग ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में नवम्बर 2015 के अन्त तक वार्षिक लक्ष्य 463963.46 लाख रूपये के सापेक्ष 54 प्रतिशत की उपलब्धि के साथ मात्र 252357.66 लाख रूपये की राजस्व वसूली की है।
बैठक में श्री शाह ने प्रदेश में डग्गामार बसांे एवं अनाधिकृत सवारी वाहनों का संचालन तत्काल बंद करने के निर्देश दिये। इस दौरान परिवहन आयुक्त श्री के0 रविन्द्र नायक ने बताया कि 10 से 16 दिसम्बर तक ऐसे वाहनों के खिलाफ विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया है। इस दौरान पूरे प्रदेश में 14 दिसम्बर तक कुल 839 बसों एवं मिनी बसों का चालान किया गया, इसमें से 621 बसें/मिनी बसें विभिन्न थानों में बन्द की गई । इसके साथ अन्य सवारी वाहनों के भी 2519 चालान किये गये और ऐसे ही 1803 वाहनों को विभिन्न थानों में बन्द किया गया। आयुक्त ने बताया कि विशेष चेकिंग अभियान के दौरान ऐसे वाहनों से प्रशमन शुल्क के रूप में 106 लाख रूपये तथा कर के रूप में 70 लाख रूपये से अधिक की राजस्व वसूली की गयी। बैठक में विशेष सचिव परिवहन, संयुक्त सचिव, उपायुक्त तथा आर0टी0ओ0 उपस्थित थे।