नई दिल्ली: पूर्वी नौसेना कमान के एवीएसएम, वीएसएम फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस
एडमिरल अतुल कुमार जैन के द्वारा 29 जुलाई, 2019 को नेवल डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में हुए एक समारोह में लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी (एलसीयू) एमके IV की छठी श्रेणी के जहाज आईएन एलसीयू एल-56 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। इस समारोह के दौरान पीवीएसएम एवीएसएम कंट्रोलर ऑफ वारशिप प्रोडक्शन एंड एक्विजिशन आईएचक्यूएमओडी (एन), अंडमान एंड निकोबार कमांड (एएनसी) के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल बिजि मैथ्यू, नेवल कम्पोनेंट कमांडर (एनएवीसीसी) एएनसी में कोमोडोर आशुतोष रिढोरकर, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स (जीआरएसई) के सीएमडी रियर एडमिरल वी के सक्सेना (सेवीनिवृत्त) के साथ ही ईएनसी के सभी फ्लैग अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ समारोह की शुरुआत हुई। उद्घाटन भाषण जीआरएसई, कोलकाता के सीएमडी रियर एडमिरल वीके सक्सेना ने दिया, उनके बाद कोमोडोर आशुतोष रिढोरकर एनएवीसीसी ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उसके बाद कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कमांडर गोपीनाथ नारायणन ने जहाज के कमीशनिंग वारंट को पढ़ा। इस पहली बार जहाज पर नौसेना का ध्वज लगाया गया और क्रम में समारोह के समापन के मौके पर राष्ट्र गान के साथ ध्वजारोहरण किया गया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए वाइस एडमिरल जैन ने देश में 100वां युद्ध पोत का निर्माण करने वाला पहला शिपयार्ड बनने के लिए जीआरएसई को बधाई दी। उन्होंने कहा कि एलसीयू 56 के शामिल होने से एएनसी की समुद्री और एचएडीआर क्षमता बढ़ेगी, क्योंकि इस जहाज को अंडमान निकोबार द्वीप समूह के आसपास समुद्र तट संचालन, खोज और बचाव अभियानों, आपदा राहत, तटीय गश्त और निगरानी जैसी मल्टी-रोल गतिविधियों में लगाया जाएगा। इसके बाद उन्होंने उद्घाटन पट्टिका का अनावरण किया और इस जहाज को राष्ट्र के लिए समर्पित किया।
एलसीयू 56 जहाज से तट तक प्रमुख युद्धक टैंक, बख्तरबंद वाहन, सेनाओं और अन्य उपकरणों की ढुलाई और तैनाती की प्राथमिक भूमिका निभाने वाला एक अहम पोत है। एलसीयू 56, एएनसी में एनएवीसीसी के अंतर्गत पोर्ट ब्लेयर में काम करेगा और तैनात रहेगा।