देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सचिवालय में हुई उत्तराखण्ड राज्य वन्य जीव बोर्ड की 16वीं बैठक में शिवालिक एलीफेन्ट रिजर्व की अधिसूचना को निरस्त करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही लालढ़ांग चिल्लर खाल मार्ग की स्वीकृति हेतु राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड को पुनः प्रस्ताव प्रेषित किये जाने का भी निर्णय लिया गया।
बैठक में अन्य जो महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये उनमें गोविन्द वन्य जीव विहार वन क्षेत्र के अन्तर्गत पीएमजीएसवाई द्वारा जनपद उत्तरकाशी के मोरी में नैटवाड़ से नुराणू तक 12 कि0मी0 मोटर मार्ग, नैटवाड से हल्द्वाड़ी 23 कि0मी0 मोटर मार्ग, हल्द्वाड़ी से सेवा मोटर मार्ग लम्बाई लगभग 13 कि0मी0, पॉव से सिरगा मोटर मार्ग 08 कि0मी0 मोटर मार्ग, जनपद चमोली के केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के अन्तर्गत रूद्रनाथ मन्दिर पेयजल योजना, कार्बेट टाइगर रिजर्व के अन्तर्गत रामनगर क्षेत्र में धनगढ़ी नाले में 150 मी0 पुल निर्माण, पनोद नाले में 90 मी0 स्पान का पुल, गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क के अन्तर्गत नादुंग से जनकताल ट्रेक रूट से 10 कि0मी0 खोले जाने, दुमकू से चोरगाड़ ट्रेक रूट 18कि0मी0 खोले जाने, झाला से अवाना बुग्याल 10 कि0मी0 खोले जाने, जसपुर से ब्रहमीताल ट्रेक रूट 14 कि0मी0 खोले जाने का निर्णय शामिल है।
बैठक में वन मंत्री श्री हरक सिंह रावत, विधायक श्री दीवान सिंह बिष्ट, पलायन आयोग के उपाध्यक्ष श्री एस0एस0नेगी, उपाध्यक्ष वन पंचायत श्री वीरेन्द्र बिष्ट, प्रभारी सचिव श्री आनन्द वर्द्धन, प्रमुख वन संरक्षक सुश्री रंजना काला, पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) श्री अशोक कुमार, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक श्री जेएस सुहाग, विशेष सचिव डॉ पराग मधुकर धकाते, अपर सचिव सुश्री सोनिका सहित बोर्ड के सदस्य एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।