देहरादून: वर्तमान परिस्थितियों में धर्मान्धता व अंधविश्वास पर प्रहार किए जाने की आवश्यकता है। कुछ प्रतिगामी ताकतें परम्परा व संस्कृति की आड़ में धर्मान्धता को आगे बढ़ा रही हैं। धर्मान्धता के कारण समाज पंगु की स्थिति में आ सकता है।
मंगलवार को नगर निगम में जनसंवाद समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हम जाति, धर्म के आधार पर लड़ रहे हैं। देश को प्रगति की राह में आगे बढ़ाने के लिए हमें कूपमण्डूकता से बाहर निकलना होगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि समाज से धर्मान्धता को दूर करने के लिए एक ऐसी धारा भी होनी चाहिए जो इसका विरोध करे और समाज को धर्मान्धता के विरूद्ध झकझोड़ने का काम करे। सीएम ने कहा कि प्रतिगामी ताकतों से लड़ने के लिए सभी प्रगतिवादी लोगों को एकजुट होना होगा।
कार्यक्रम में जनसंवाद समिति के कलाकारों ने ‘‘पेड़ हैं सांसें, पेड़ है जीवन, पेड़ों की रखवाली हो’’ गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर पंकज बिष्ट, का0बच्चीराम कौंसवाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।