देहरादून: अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने एवं लम्बित विवेचनाओं के निस्तारण हेतु श्री अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड के निर्देशन में प्रदेश भर में दिनांक 01 सितम्बर 2018 से 10 नवम्बर 2018 तक एक विशेष अभियान चलाया गया।
दिनांक 15 नवम्बर 2018 को श्री अशोक कुमार द्वारा अभियान की अन्तिम समीक्षा बैठक की गयी। अभियान के दौरान डकैती, हत्या, लूट, चेन लूट, बलात्कार, पोक्सो, नकबजनी, चोरी जैसे महत्वपूर्ण अपराधों में लम्बे समय से वांछित चल रहे 390 अपराधियों, लम्बे समय से फरार चले रहे ईनाम घोषित 42 अपरीधियों एवं विभिन्न प्रकरणों मे गैर जमानती वारण्टों में वांछित चल रहे 1572 वारण्टियों एवं कई वर्षों से फरार चल रहे तथा माननीय न्यायालयों से मफरुर घोषित कये गये अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही करके 83 मफरुरों सहित कुल 2004 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई। इनमें से कुछ अपराधी 15 से 20 वर्ष से भी अधिक समय से वांछित चल रहे थे। अभियान के दौरान इसी अवधि में एक वर्ष से अधिक समय से पुरानी लम्बित विवेचनाओं व पार्ट पेडिंग विवेचनाओं में से 291 से अधिक विवेचनाओं का सफल निस्तारण किया गया।
श्री अशोक कुमार ने बताया कि डकैती, हत्या, समस्त लूट, चेन स्नेचिंग, वाहन चोरी, नकबजनी, फिरौती हेतु अपहरण में विगत पांच वर्षों के सक्रिय अपराधियों का सत्यापन करके अपराधिक गतिविधियों में लिप्त 426 अपराधियों के विरुद्ध गुण्डा, 34 अपराधियों के विरुद्ध गैंगस्टर अधिनियम में निरोधात्मक कार्यवाही की गई। प्रचलित हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन व निगरानी करके 78 के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की गई, 76 पेशेवर अपराधियों पर सतर्क निगरानी रखने हेतु उनकी नई हिस्ट्रीशीट खोली गई। साथ ही एक वर्ष से अधिक समय से लम्बित विवेचनाओं को निस्तारित करने हेतु जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया।