देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को सचिवालय में राष्ट्रीय खेल आयोजन समिति की प्रथम गवर्निंग बाॅडी की बैठक की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्ष 2018 में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन के लिए सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित कर ली जाय। शासन स्तर पर तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाय,
जो यह तय करेगी कि राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप कौन-कौन से खेल कहा पर किये जा सकते है। उन्होने खेलों के सफल आयोजन के लिये सोसाइटी का शीघ्र गठन के भी निर्देश दिये, सोसाइटी गठन होने के बाद एडवाइजरी बाडी, एक्जयूकेटिव कमीटी व सैकेट्रैट आदि का गठन भी शीघ्रता से किया जाय। उन्होने इस हेतु नियुक्त किये गये कन्सलटेंट से आयोजन से सम्बंधित वित्तीय आगणन भी प्रस्तुत करने को कहा ताकि विस्तृत विवरण व आवश्यकताओं के दृष्टिगत प्रस्ताव केंद्र सरकार को भी प्रेषित किया जा सके। इस सम्बंध में अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में भी समिति गठित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने यह भी निर्देश दिये कि राष्ट्रीय खेल का लोगो तैयार करने में यहां की सांस्कृतिक विरासत एवं नैसंर्गिक प्राकृतिक सौंदर्य को भी ध्यान में रखा जाय।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि ओलंपिक संघ के पदाधिकारियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित किया जाय। राज्य में खेल अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार किया जाय। प्रदेश के ऐसे क्षेत्र खेल आयोजन के लिए चुने जाय, जहां पर खेल अवस्थापना सुविधाएं उपलब्ध है। इन अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर फोकस किया जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि यह खेल आयोजन राज्य के लिए बेहतर साबित होगा। इन खेल आयोजन से हमारे यहां की प्रतिभाओं को भी अवसर मिलेगा। प्रयास किया जाय कि ग्रामीण खेल कूद वाली खेल गतिविधियों को भी शामिल किया जाय। देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, टिहरी, हल्द्वानी, पिथौरागढ़ को मुख्य खेल गतिविधियों के केन्द्र के रूप में विकसित किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल आयोजन में किसी भी प्रकार की कोई कमी न रहे। यदि किसी निजी क्षेत्र के व्यक्ति द्वारा खेल अवस्थापना सुविधाओं के विकास में मदद की जाती है, तो उनका स्वागत है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जिस शहर का जैसा भौगोलिक वातावरण है, वहां पर उसी के अनुकूल खेल गतिविधियां आयोजित की जाय।
बैठक में सचिव खेल शैलेश बगोली द्वारा बताया गया है कि 38वें राष्ट्रीय खेल 2018 के आयोजन हेतु राष्ट्रीय खेल आयोजन समिति का गठन किया गया है। जिसकी आज प्रथम बैठक आयोजित की जा रही है। इस आयोजन में लगभग 39 खेल शामिल किये जायेंगे। इन खेलों को देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और नैनीताल जिलों में आयोजित किया जायेगा। देहरादून व हल्द्वानी में खेल गांव विकसित किये जाने का प्रस्ताव है।