लखनऊः प्रदेश के गन्ना किसानों की कड़ी मेहनत, सूझ-बूझ व गन्ना खेती की नई विधियों को अपनाने तथा गन्ना किसानांे, गन्ना समितियों व चीनी मिलों के बीच बेहतर समन्वय व आपसी ताल मेल के फलस्वरूप प्रदेश ने गन्ना उत्पादकता, औसत चीनी परता और चीनी उत्पादन में नया कीर्तिमान स्थापित किया है तथा देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। मुख्य मंत्री, योगी आदित्यनाथ ने इस क्रम में विभाग को निर्देशित किया है कि इस दिशा में आगे और भी आयाम स्थापित किए जाने का प्रयास होना चाहिए। एतदर्थ, इस कड़ी में प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य करने वाले गन्ना किसानों, सहकारी गन्ना समितियों व चीनी मिलों को पुरस्कृत करने की नई योजना की शुरूआत गयी है, ताकि सभी लोग इससे प्रेरणा ग्रहण कर पूरे मनोयोग से अपने-अपने कार्य सम्पादित करें।
इस संदर्भ में चीनी मिलें एवं गन्ना विकास मंत्री श्री सुरेश राणा ने बताया कि विभाग में पूर्व से ही दो पुरस्कार योजनायें संचालित हैं, परन्तु इन दोनों योजनाओं में केवल गन्ना किसानों को ही पुरस्कृत किया जाता है। अब प्रथम बार प्रदेश में एक ऐसी पुरस्कार योजना संचालित की जा रही है, जिससे गन्ना विकास एवं चीनी उत्पादन से जुड़े तीनों भागीदारों को पुरस्कृत किया जायेगा। प्रदेश में सर्वाधिक उत्पादकता प्राप्त करने वाली 03 गन्ना किसानों, व उत्कृष्ट कार्य करने वाली 03 गन्ना समितियों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के रूप में कृमशः रू.51,000, रू.31,000 व रू.21,000 इसी प्रकार सराहनीय कार्य करने वाली 03 चीनी मिलों को स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया जायेगा। गन्ना समितियों को उनके द्वारा कराये गये विकास संम्बन्धी कार्याें, स्वच्छता, कार्यालयीय व्यवस्था तथा फाॅर्म मशीनरी बैंक की स्थापना आदि विषयों पर अंक प्रदान किये जायेंगे तथा चीनी मिलों को अद्यतन गन्ना मूल्य भुगतान, प्राप्त औसत चीनी परता आदि विषयों पर अंक प्रदान किये जायेगें तथा सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली 03 संस्थायें पुरस्कार की पात्र होंगी।
इस नई पुरस्कार योजना से गन्ना किसानों, गन्ना समितियों और चीनी मिलों की आपसी प्रतिस्पर्धा में वृद्धि से उनकी कार्यकुशलता में बढ़ोत्तरी होगी जिससे विकास की नई ऊँचाईयों तक विभाग का मार्ग प्रशस्त होगा और प्रदेश के किसानों को प्रेरणा भी मिलेगी।