लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सर्विलांस के माध्यम से लगभग 15 करोड़ लोगों तक पहुच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड-19 संक्रमण की जानकारी ली गयी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में कोरोना के संक्रमण बढ़ने से प्रदेश में यह बढ़ा था जो अब कम हो रहा है। सभी लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने खासकर बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों से आग्रह किया है कि वे सार्वजनिक स्थानों व कार्यक्रमों में जाने से परहेज करे। प्रदेश में कन्टेनमेंट जोन तथा हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कमी आयी है। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीन के भण्डारण के साथ-साथ वैक्सीन लक्षित समूहों को लगाने के लिए तकनीकी लोगों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जा रही है। मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा निरन्तर कोविड-19 की समीक्षा की जा रही है। प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गयी है।
श्री सहगल ने बताया कि आर्थिक गतिविधियां और अधिक तेजी से बढ़ना सरकार की प्राथमिकता है। रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए तथा आर्थिक गतिविधियां को और बढ़ाने के लिए सरकार के प्रोत्साहन से नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयां खुल रही है। पुरानी इकाइयों को कार्यशील पूंजी की समस्या से निजात दिलाने के लिए बैंकों से समन्वय करके आत्मनिर्भर पैकेज में 4.37 लाख इकाईयों को रू0 11,100 करोड़ के ऋण बैंकों से समन्वय स्थापित कर स्वीेकृत कर वितरित किये जा रहे हैं। आत्मनिर्भर पैकेज में जो पूर्व से विद्यमान एमएसएमई इकाईयां उनकी कार्य पूंजी की समस्या, जीएसटी रिफण्ड की समस्या तथा विभागों से भुगतान की समस्या से निजात दिलाने के लिए विभाग द्वारा एमएसएमई साथी ऐप तथा उेउमेंजीपण्पद वेबसाइट भी शुरू की गयी है। प्रदेश में रोजगार के और अवसर सृजित करने के लिए तथा अधिक से अधिक नौजवानों को रोजगारों में लगाने के लिए नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के माध्यम से अभियान चला रही है और इस अभियान के अन्तर्गत 6.63 लाख नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयांें को 20,073 करोड़ का ऋण दिया गया है। नई एमएसएमई इकाईयों से लगभग 25 लाख रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं, ये प्रक्रिया सत्त जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि डैडम् एक्ट में परिवर्तन किया गया है जिससे नये उद्योग लगाने वाले लोगों को 72 घंटे के अंदर उद्योग लगाने की मंजूरी दी जाती है और उन्हें अगले 1000 दिन तक किसी और कागज अलग से देने नहीं पड़ते है। प्रदेश सरकार मिशन रोजगार पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकारी नौकरियों में विशेष अभियान चलाकर रिक्त पदों को भरा जा रहा है। पूर्णतया पारदर्शिता से पूरी नियमानुसार भर्ती हो। प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष में 04 लाख लोगों को राजकीय क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा है कि सरकारी विभागों/भर्ती आयोगों को रिक्त पद पर जल्द कार्यवाही करने की बात कही गई है।
श्री सहगल ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर निरन्तर धान खरीद की समीक्षा की जा रही है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसानों के धान की खरीद समय से हो तथा उन्हें धान व मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य मिले। धान और मक्का की खरीद का भुगतान 72 घंटे के अन्दर सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होे तथा क्रय केन्द्र सुचारू रूप से कार्य करे। किसानों का हित सर्वोपरि है। सरकार किसानों के साथ है, किसानों को हर सम्भव सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की अधिकारियो/कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। धान क्रय केन्द्र पर शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होगी। धान क्रय केन्द्रांे पर जिलाधिकारी द्वारा निरन्तर अनुश्रवण तथा आकस्मिक निरीक्षण करे। किसानों से निरन्तर धान की खरीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक किसानों से 322.46 लाख कु0 धान की खरीद की जा चुकी है, जो पिछले वर्ष से डेढ़ गुना से भी अधिक है। प्रदेश में अब तक किसानों से 444554.20 कु0 मक्का की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में मंूगफली की खरीद भी मूल्य समर्थन योजना के तहत की जा रही है। 03 वर्षाें में गन्ना किसानों को 1,12,000 करोड़ रूपये का रिकार्ड भुगतान किया गया है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,68,822 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 2,11,03,633 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 1613नये मामले आये हैं। प्रदेश में 20,473 कोरोना के एक्टिव मामले में से 9,473 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में अब तक 3,25,276 लोग होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं तथा 3,15,803 लोगों ने अपनी होम आइसोलेशन की अवधि पूर्ण कर ली है। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 2100 लोग ईलाज करा रहे हैं, इसके अतिरिक्त बाकी मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों मंे अपना ईलाज करा रहे हंै। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 1875 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब तक कुल 5,34,224 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में कोविड-19 का रिकवरी प्रतिशत 94.94 है। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,72,234 क्षेत्रों में 4,82,739 टीम दिवस के माध्यम से 3,02,41,763 घरों के 14,74,97,145 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है। ई-संजीवनी के माध्यम से कल एक दिन में 3892 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। अब तक कुल 2,60,252 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सकीय परामर्श लिया।
श्री प्रसाद ने बताया कि 60 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों में संक्रमण दर 10.51 प्रतिशत है। पहले से बीमार बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को संक्रमण से बचाना होगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वैक्सीन जबतक नहीं आ जाती तबतक बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वैश्विक महामारी कोविड-19 के नियंत्रण के लिए तकनीकी का व्यापक और बेहतर प्रयोग कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के डी0जी0 मेडिकल हेल्थ उ0प्र0 के पोर्टल पर जाकर घर बैठे ही आप अपने कोविड-19 टेस्टिंग के परिणाम को देखा जा सकता है। मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा लोकार्पित मेरा कोविड केन्द्र ऐप के माध्यम से उपयोगकर्ता द्वारा 05 किलोमीटर के दायरे में स्थित कोविड-19 जांच केन्द्र की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इसके साथ-साथ केन्द्र पर उपलब्ध कोविड-19 की टेस्टिंग विधि की जानकारी भी मिलेगी।
श्री प्रसाद ने बताया कि वैक्सीनेशन की तैयारियां की जा रही है। कोविड की वैक्सीन आने पर उसे रखने के लिए कोल्ड चेन तथा वैैक्सीनेटरों के प्रशिक्षण की व्यवस्था करने की कार्यवाही चल रही है। इसके साथ ही वैक्सीन को स्टोर करने के समुचित प्रबंधन किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि जब तक वैक्सीन नहीं आती है तब तक सभी लोगों को कोविड-19 के गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन अवश्य करे। कोविड-19 की वैक्सीन जबतक नहीं आ जाती तब तक बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है।