देहरादून: सचिवालय में केन्द्रीय वाणिज्य सचिव श्री अनूप बधावन नेे मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह से मुलाकात की। तथा प्रदेश की एक्सपोर्ट दर बढाने के संबंध में विचार विमर्श किया।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड में योग एवं आयुष के क्षेत्र में निवेश की पर्याप्त संभावनाएं है। उन्होंने इसके लिये स्प्रीचुअल इकोनाॅमिक जोन के प्रस्तावों पर केन्द्र से सहयोग की अपेक्षा की तथा संबंधित सचिव से प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजने के निर्देश दिये। ज्ञातव्य है कि देश की निर्यात दर में वर्तमान में कृषि, फार्मा एवं अन्य वस्तुओं के प्रदेश की निर्यात दर 0.5 प्रतिशत है, जिसे दुगुना करने के लिये उन्होंने लाॅजिस्टिक काॅस्ट को घटाने के लिये केन्द्र से सहायता का अनुरोध किया। उन्होनें यहां उत्पादित मशरूम आदि के लिये कार्गो सुविधा उपलब्ध कराने का भी प्रस्ताव रखा। वाणिज्य सचिव द्वारा इस सम्बन्ध में एअर इण्डिया तथा राज्य के अधिकारियों के साथ शीघ्र बैठक आयोजित करने की बात कही गयी। मुख्य सचिव ने कृषि उत्पादों के निर्यात में बढावा देने के लिये पंतनगर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से दूरभाष पर वार्ता कर प्रमाणीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये। ज्ञातव्य है कि निर्यात होने वाले कृषि उत्पादों को प्रमाणीकरण के लिये केन्द्र द्वारा पंतनगर विश्व विद्यालय को प्राधिकृत किया गया है।
मुख्य सचिव ने भारत सरकार की Trade Infrastructure For Export Scheme (टाइस) स्कीम के अन्तर्गत एक्सपोर्ट से जुडे हुए अवस्थापना विकास वाले प्रदेश सरकार के प्रस्तावित परियोजनाओं में आवश्यक सहयोग की अपेक्षा की। सचिव वाणिज्य द्वारा प्रदेश सरकार से इस योजना में अधिक से अधिक प्रस्ताव भेजने को कहा गया। मुख्य सचिव ने निर्यातकों को वापस की जाने वाले जीएसटी में हो रही देरी की ओर सचिव का ध्यान आकर्षित किया जिस पर उनके द्वारा समाधान का आश्वासन दिया गया।
सचिव वाणिज्य श्री बधावन ने बताया कि उनके साथ हुई वार्ता में प्रदेशके चावल निर्यातकों ने समस्या रखी कि प्रदेश में मर्चेन्ट एक्सपोर्टरों को भी मण्डी शुल्क में छूट दी जाय जिस पर मुख्य सचिव श्री सिंह द्वारा विचार करने को कहा गया। उन्होंने जानकारी दी कि शीघ्र ही प्रदेश की निर्यात पाॅलिसी कैबिनेट के समक्ष लायी जायेगी।