देहरादून: प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य, आयुष, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, अर्द्ध सैनिक कल्याण, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सुरेन्द्र सिंह नेगी ने आज विधान सभा स्थित अपने सभा कक्ष में पी0पी0मोड़ के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश की 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पी0पी0मोड़ के अन्तर्गत स्वास्थ्य सेवाएॅं संचालित कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पी0पी0 मोड़ के अन्तर्गत संचालन कर रहे मैनेजर व डाक्टर एवं प्रदेश के जनपदों में कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के डाॅक्टरों का फर्ज है कि वह प्राथमिकता के आधार पर मरीज का जीवन बचाने तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सर्जरी, डिलिवरी, आर्थोपैडिक, फीजीशियन एवं बच्चों का डाॅक्टर आवश्यक रूप से हों तथा प्रतिदिन ओ0पी0डी0 के माध्यम से डाॅक्टर मरीजों का परीक्षण करते हुए उनको स्वास्थ्य सेवाएॅं मुहैया करवायें। इसके साथ ही उन्होंने पी0पी0 मौड़ के अन्तर्गत कार्यरत डाॅक्टरों से अपेक्षा की कि वे अपने व्यवहार को विनम्र बनाते हुए जनहित एवं सरकार के हित में कार्य करते हुए अस्पताल के सिस्टम को विकसित करने में अपना भरसक प्रयत्न करें।
बैठक में उन्होंने पी0पी0 मोड़ के संचालकों से कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जो उनके द्वारा मैनेजर सेवाएॅं दे रहे हैं। उन्हें उस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द को एमओयू में दर्शाएॅ गये नोम्स के अनुसार कार्य करें। स्वास्थ्य केन्द्रों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाय। इनके साथ ही चिकित्सालय में आ रहे प्रत्येक नागरिक के साथ मैनेजर एंव डाॅक्टरों का व्यवहार सेवा देने का होना चाहिए। इसके लिए उन्होंने पी0पी0मोड़ में कार्य कर रहे मैनेजर को चुस्त दुरूस्त करने के निर्देश दिये।
बैठक में उन्होंने पी0पी0मोड़ पर कार्यरत संचालन कत्र्ताओं से कहा कि क्षेत्र में ऐसा वातावरण तैयार करवायें कि क्षेत्र में असन्तोष व्याप्त न हो। इसके लिए समय-समय पर ओ0पी0डी0 के पश्चात डाॅक्टर जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्र के प्रबुद्ध नागरिकों के साथ वार्तायें करे तथा उन्हें भी अपने कार्यों में सहभागिता दें जिससे सामाजिक रिस्ते मजबूत होंगे तथा डाॅक्टर के साथ कोई अप्रिय घटना भी घटित न होगी। डाॅक्टर इस भावना से कार्य करें कि उसे समाज के लिए कुछ करना है। सरकारी डाॅ व पी0पी0मोड़ पर कार्यरत डाॅक्टर को-आर्डिनेशन की भावना से जोश एवं आशावादी होकर कार्य करें।
बैठक में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जहाॅं अल्ट्रासाउण्ड व एक्सरे मशीनों की आवश्यकता हो वहाॅं उन्हें तुरन्त मुहैया करवाई जाय। जो पैसा एमओयू के अन्तर्गत पी0पी0मोड़ पर स्वास्थ्य सुविधायॅं हेतु दिया जा रहा है। उस पैंसे का सही इस्तेमाल करते हुए बेहतर ढंग से स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करायी जाय। बैठक में उन्होंने स्वास्थ्य निदेशालय एवं शासन के अधिकारियों से कहा कि पी0पी0मोड़ पर कार्यरत डाॅक्टर का वेतन भुगतान ससमय होना चाहिए। इसके कारगर कदम उठाने के निर्देश दिये।
बैठक में उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में समुचित साफ सफाई व्यवस्था के साथ-साथ ओ0पी0डी0 बढाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने संचालन कत्र्ताओं से कहा कि प्रत्येक सी0एस0सी0 में हर बीमारी का डाॅक्टर तैनात होना चाहिए। तथा चिकित्सालयों में सर्जरी व डिलिवरी की समुचित व्यवस्था करवाई जाय। इसके साथ ही बच्चों का डाॅक्टर तथा आॅख, नाक, कान व गले के डाॅक्टर के साथ हड्डियों का डाॅक्टर एवं फीजिशियन होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में लापरवाही कतई बर्दास्त नहीं की जायेगी। उन्होंने सहभागिता से कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने स्पष्ट रूप से प्रदेश के सी0एम0ओ0 व सी0एम0एस0 को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों की सी0एच0सी0 का नियमित भ्रमण करते हुए चिकित्सालयों में बिजली, पानी एवं अन्य आवश्यकताओं की माॅनिटरिंग करते हुए पी0पी0मोड़ पर कार्यरत डाॅक्टरों को उपलब्ध करायें तथा निरन्तर विजिट करते रहें तथा संवादहीनता न बनाये। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सी0एम0एस0 व सी0एम0ओ0 अपनी-अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर रहे हैं। जबकि वे शासन एवं प्रशासन के अंग हैं। उन्होंने उन्हें को-आर्डिनेशन की भूमिका से कार्य करने की नसीहत दी।
बैठक में उन्होंने बाजपुर, गर्मपानी, चैखुटिया, चैबटिया, गैरसैण, कपकोट, साहिया, थत्युड़ सामुदायिक केन्द्रों की स्थिति पर गहनता से समीक्षा की उन्होंने बैठक में ही सी0जी0एम0 जल संस्थान को निर्देशित किया कि चैबटिया सी0एच0सी0 में पानी की व्यवस्था तुरन्त की जाय। इसके लिए उन्होंने बूस्टर लगाने के निर्देश दिये।