लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज चैरी-चैरा की घटना का शताब्दी वर्ष मनाये जाने के दृष्टिगत गोरखपुर में शहीद स्मारक चैरी-चैरा का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यक्रम की तैयारियों के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहीद स्मारक की दीवारों पर चैरी-चैरा की घटना से जुड़े शहीदों, क्रान्तिकारियों व स्वाधीनता संग्राम सेनानियों की पेण्टिंग बनवायी जाएं। स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े इतिहास व साहित्य को संग्रहीत करते हुए उनका डिजिटलीकरण भी कराया जाए। इससे आमजन को स्वतंत्रता आन्दोलन की समग्र जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने चैरी-चैरा स्मारक के संग्रहालय में रखी गयी मूर्तियों से सम्बन्धित इतिहास व तिथियों को प्रदर्शित किये जाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि शहीद स्मारक स्थल तक आने वाली सड़क को ठीक कराया जाए। उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन के आस-पास एवं शहीद स्थल तक आने वाली सड़क पर विशेष सफाई व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘चैरी-चैरा शताब्दी महोत्सव’ के ‘लोगो’ का विमोचन सम्पन्न हो चुका है। उन्होंने ‘चैरी-चैरा शताब्दी महोत्सव’ के ‘लोगो’ (LOGO) का प्रयोग सभी शासकीय पत्राचारों, स्मृति चिन्हों तथा अन्य स्थानों पर भी किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने चैरी-चैरा रेलवे स्टेशन को विकसित करने हेतु रेल मंत्रालय को प्रस्ताव प्रेषित करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि प्रमुख स्थानों पर चैरी-चैरा के इतिहास, लोगो को प्रदर्शित किया जाए, जिससे चैरी-चैरा स्थल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 4 फरवरी, 2021 को आयोजित होने वाले कार्यक्रम का पूरे प्रदेश में सीधा प्रसारण भी किया जाएगा। उन्होंने चैरी-चैरा की घटना के शताब्दी वर्ष में वर्ष पर्यन्त आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का कैलेण्डर तैयार करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के अन्य शहीद स्थलों पर भी कार्यक्रम आयोजित कराये जाएं। सप्ताह में एक दिन शहीद स्मारकों पर पुलिस बैण्ड भी अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करे। उन्होंने कहा कि सभी शहीद स्मारकों पर माह में एक बार कार्यक्रम अवश्य आयोजित किया जाए। इन कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा जन सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि 4 फरवरी, 2021 को आयोजित होने वाले कार्यक्रम को पूरी भव्यता के साथ आयोजित करते हुए चैरी-चैरा आन्दोलन से जुड़े शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया जाए। इसके साथ ही शहीदों के परिजनों को शासकीय योजनाओं का लाभ भी दिया जाए।
ज्ञातव्य है कि ‘चैरी-चैरा शताब्दी समारोह’ 04 फरवरी, 2021 से लेकर 04 फरवरी, 2022 तक आयोजित होगा। चैरी-चैरा की घटना का शताब्दी वर्ष समारोह शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति श्रद्धा निवेदित करने का अवसर है। ‘चैरी-चैरा शताब्दी समारोह’ के अन्तर्गत वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। राज्य के सभी जनपदों में स्वाधीनता आन्दोलन अथवा देश की रक्षा में शहीद हुए भारत माता के सपूतों के स्मारक स्थित हैं। इन शहीद स्मारकों पर चैरी-चैरा की घटना को केन्द्र में रखते हुए शताब्दी समारोह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इससे चैरी-चैरा की घटना के सम्बन्ध में आम जनमानस सहित युवा पीढ़ी को तथ्यपरक जानकारी मिलेगी।
शताब्दी समारोह के तहत स्कूलों में निबन्ध लेखन, वाद-विवाद, पेण्टिंग आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही, प्रदर्शनियां, पुस्तक मेला तथा अन्य कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। शहीद स्मारकों का सौन्दर्यीकरण कराया जाएगा। शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा इनसे सम्बन्धित स्थलों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्र कर उसे विभिन्न माध्यमों से जनता के समक्ष लाया जाएगा।
‘चैरी-चैरा शताब्दी समारोह’ के कार्यक्रम शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति सद्भाव, श्रद्धा व सम्मान में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आमजन की सहभागिता से वर्ष पर्यन्त चलने वाले ‘चैरी-चैरा शताब्दी समारोह’ के कार्यक्रम राष्ट्र भक्ति की भावना जागृत करने में सफल सिद्ध होंगे और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार करेंगे। यह कार्यक्रम देश की जनता में सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वदेशी की भावना को और मजबूत करने का माध्यम बनेंगे।