लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय, अलीगढ़ का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री जी ने एकेडमिक ब्लॉक में क्लास रूम, लैब सहित अन्य निर्माण कार्यों का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को जितना अधिक स्टडी फ्रैण्डली वातावरण मिलेगा, उतना ही वह प्रदेश एवं देश के विकास में योगदान कर सकेंंगे।
इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यां की समीक्षा करते हुए कहा कि आगामी 15 दिसम्बर तक विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य प्रत्येक दशा में पूर्ण हो जाए। सभी निर्माण कार्य मानक के अनुरूप पूर्ण गुणवत्ता के साथ किए जाएं। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही करने वालों की जवाबदेही तय की जाए। एक-एक बिल्डिंग के बजाए पूरे कैम्पस की प्रगति को साथ लेकर चलें।
मुख्यमंत्री जी ने कुलपति प्रो0 चन्द्रशेखर से विश्वविद्यालय में प्रारम्भ किये जाने वाले पाठ्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के दृष्टिगत डिफेंस स्टडी से जुड़े कोर्स पाठ्यक्रम में शामिल किये जाएं। अलीगढ़ हार्डवेयर का सबसे बड़ा सेण्टर है। अलीगढ़ के ताले एवं जलेसर के घुंघरू-घण्टी उद्योग के उत्पाद विशिष्ट हैं। विश्वविद्यालय जनपद अलीगढ़ के ओ0डी0ओ0पी0 और अपने से सम्बद्ध किए गए जनपदों के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों के विकास में क्या सहयोग कर सकता है, इसके दृष्टिगत पाठ्यक्रम को तैयार किया जाए। पाठ्यक्रम में तकनीकी ज्ञान का समावेश अवश्य किया जाए।
विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रम के अनुरूप योग्य फैकल्टी, टेक्नीशियन एवं मैनपावर की भर्ती होनी है। परम्परागत पाठ्यक्रम तो आसपास के महाविद्यालयों में चलेंगे ही विश्वविद्यालय को परम्परागत पाठ्यक्रम के अलावा कुछ नई चीजें अपने स्तर से देनी होंगी, ताकि विश्वविद्यालय लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतर सके। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने अवगत कराया कि प्रथम चरण में 32 कोर्स शुरू किये जाने की योजना है। राज्य विश्वविद्यालय में शीला गौतम सेण्टर ऑफ लर्निंग का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें ऑडिटोरियम एवं लाइब्रेरी भी निर्मित करायी जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने निर्माण कार्यां को गुणवत्ता के अनुरूप पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संदीप सिंह, राजस्व राज्य मंत्री श्री अनूप प्रधान ‘वाल्मीकि’ सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।