आयकर विभाग ने 05.02.2021 को कोलकाता स्थित विभिन्न समूहों मसलन फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग, डायग्नोस्टिक सर्विसेज और अस्पताल के कारोबार से जुड़ों समूहों के यहां तलाशी ली और जब्ती की कार्रवाई की। विभागीय डेटाबेस में उपलब्ध आंकड़ों, उनके वित्तीय विवरणों का विश्लेषण, बाजार की खुफिया जानकारी और पूछताछ के आधार पर मामले सामने आए थे। कोलकाता, हरिद्वार और भुवनेश्वर में 17 से अधिक परिसरों में तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की गई।
तलाशी अभियान के दौरान फर्जी शेयर पूंजी, ऋण, नकदी में संपत्ति के नवीकरण में किए गए व्यय आदि के लिए उपयोग किए जा रहे विभिन्न मुखौटा संस्थाओं का खुलासा करने के सबूतों का खुलासा हुआ है। तलाशी, पूछताछ और जांच पड़ताल के दौरान यह पाया गया कि इन समूहों ने बेहिसाब संपत्ति हासिल करने के लिए मुखौटा संस्थाओं और दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। समूह को नकद ऋण की सुविधा देने में लगे एक ब्रोकर को भी ऑपरेशन के दौरान पकड़ा गया, जिसने लेनदेन की पुष्टि की।
छानबीन के दौरान अब तक कुल 300 करोड़ रुपये की आय को छिपाने का मामला पता चला। 87 लाख रुपये की नकदी और 61 लाख रुपये के आभूषण जब्त किए गए हैं। आठ बैंक लॉकर पर रोक लगा दी गई है। 50 करोड़ रुपये की अघोषित आय की बात भी स्वीकार की गई है।