दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम जून महीने में भारत के दौरे पर आएगी. दक्षिण अफ्रीकी टीम 9 जून से 19 जून तक टीम इंडिया के खिलाफ 5 टी-20 मैच खेलेगी. ये मुकाबले दिल्ली, कटक, विशाखापट्टनम, राजकोट और बैंगलोर में खेले जाएंगे. इस बीच सीरीज से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई ने फैसला किया है कि इस सीरीज के दौरान बॉयो-बबल नहीं होगा. बताया जा रहा है कि खिलाड़ियों के मेंटल हेल्थ को फ्रेश बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में नहीं होगा बायो बबल
कोरोना संक्रमण के दौरान सभी सीरीज में बॉयो-बबल जरूरी कर दिया गया था ताकि, खिलाड़ियों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके. आईपीएल 2022 का सीजन भी बॉयो-बबल में खेा जा रहा है. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा और हालात नहीं बिगड़े तो साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान बॉयो-बबल और सख्त कोरोना प्रोटोकॉल नहीं होगा.
इंग्लैंड और आयरलैंड दौरे के दौरान भी नहीं होगा बायो बबल
बीसीसीआई के अधिकारी ने आगे बताया कि भारतीय टीम के इंग्लैंड और आयरलैंड दौरे के दौरान भी बॉयो-बबल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि लंबे वक्त तक बॉयो-बबल में रहना आसान नहीं है. बॉयो-बबल का मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के खिलाड़ी चाहते हैं कि इंग्लैंड दौरे के दौरान बॉो-बबल नहीं हो और उन्हें खुला वातावरण मिले. बताते चलें कि टीम इंडिया तकरीबन 3 सप्ताह के लिए इंग्लैंड दौरे पर होगी. इस दौरान 1 टेस्ट मैच और 6 वनडे मैच खेले जाएंगे.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ इन खिलाड़ियों को दिया जा सकता है आराम
ऐसा माना जा रहा है कि लगातार क्रिकेट और थकान के कारण कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, केएल राहुल, ऋषभ पंत, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और रविन्द्र जडेजा को इंग्लैंड दौरे से पहले आराम दिया जा सकता है. 9 जून से 19 जून के बीच टीम इंडिया साउथ अफ्रीका के खिलाफ 5 टी-20 मैच खेलेगी. सभी खिलाड़ी सभी मैच नहीं खेलेंगे. दरअसल, कुछ खिलाड़ियों को इस सीरीज के दौरान आराम दिया जाएगा वहीं कुछ खिलाड़ी सभी मैच नहीं खेलेंगे. इस बीच भारतीय क्रिकेट टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि अगर खिलाड़ियों को एक निश्चित समय पर आराम नहीं दिया जाएगा तो यह नुकसानदेह होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि यह बीसीसीआई पर निर्भर करता है कि वह क्या फैसला करती है.