देहरादून: उत्तराखण्ड विधान सभा में 69 वाॅं स्वतंत्रता दिवस बड़े उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष विधान सभा गोविन्द सिंह कुंजवाल ने राष्ट्रीय ध्यजारोहण किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय गीत गाया गया। तत्पश्चात पुलिस के जवानों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गयी।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने पूरे प्रदेश वासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज स्वतंत्रता दिवस पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह दिन बहुत संघर्ष के साथ हमें प्राप्त हुआ है। स्वतंत्रता आन्दोलन में भारत माॅ के कई वीर सपूतों ने आन्दोलन किये, कई वीर सपूत जेल गये। बहुत यातनाओं एवं आपदाओं के पश्चात हमें गुलामी से छुटकारा मिला तब हम स्वतंत्र हुए। उन्होंने आजादी के आन्दोलन में शिरकत करने वाले अहम नेताओं की भूमिका की प्रशंसा की।
उन्होंने अपने उद्दबोधन में कहा कि हम सबको एक ही लक्ष्य लेकर कार्य करना होगा। यह देश हमारा है। इस देश को बनाने और आगे बढ़ाने में हमें सच्ची कत्र्तव्य निष्ठा से कार्य करना है। हमें इस अवसर पर संकल्प लेना है कि आजादी के रण बांकुरों के सपनों को पूरा करें। आज देश ने बहुत तरक्की एवं उन्नति की है। पहले हमारे देश में जहाॅं एक सुई का निर्माण नहीं होता था। आज हमारा देश नये आयामों को पार करता हुआ मंगलयान पर पहुच कर नये किर्तिमान स्थापित कर रहा है। आज भारत पूर्ण आत्म निर्भरता की ओर बढ़ रहा है। इतना सब कुछ होते हुए भी आज भी लोग गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। हमें उनके आर्थिक विकास के लिये कार्य करना है। हमें जिस जगह कार्य कर रहे हैं। हमारी मंशा उन गरीबों का कार्य ईमानदारी से करते हुए उन्हें लाभ प्राप्त कराने का होना चाहिए। यह संकल्प हमें आज लेना होगा।
आज देश की तमाम जनता से जो टैक्स के द्वारा पैंसा एकत्रित होता है उसके द्वारा कार्मिकों एवं अधिकारियों को वेतन दिया जाता है। तो सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों की नैतिक जिम्मेदारी बनती हे कि ईमानदारी से कार्य करते हुए गरीबों के उत्थान के लिये कार्य करें। उन्होंने सभी कार्मिकों से अपील करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड की विधान सभा आदर्श विधान सभा बने। यहाॅं से पूरे देश में संन्देश जा सके इसके लिए हमें जनहित एवं गरीबहित के लिये कार्य करना होगा।
उन्होंने कहा कि उनके प्रयास से तमाम विधान सभा के कार्मिकों का विनियमितिकरण का कार्य उनके द्वारा किया गया है। जो कर्मचारी जिस तिथि को लगा था वह वहीं पर उस तिथि से ही नियुक्त माना जायेगा। इससे कर्मचारियों को आवश्य ही लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने विधान सभा में कार्यरत सभी कर्मचारियों को आवाह्न करते हुए कहा कि सभी कर्मचारी परिश्रम एवं ईमानदारी से कार्य करते हुए विधान सभा की गरिमा को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे।
उन्होंने उपाध्यक्ष विधान सभा जी का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका निस्वार्थ के हो सहयोग ईमानदरी से विधान सभा को प्राप्त हो रहा है इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।