नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि मैरीटाइम इंडिया समिट भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में पहला कदम साबित होगी। मुंबई में समापन भाषण में उन्होंने कहा, ‘भारत का समुद्री क्षेत्र स्थिरता के दौर से गुजर रहा है, लेकिन बीते दो साल के दौरान जहाजरानी मंत्रालय के प्रयासों से हालात पूरी तरह बदल गए हैं।’
गृह मंत्री ने कहा, ‘प्राचीन सिंधु सभ्यता के कारण भारत का समुद्री इतिहास शानदार रहा है। चीन और फ्रांस के कई विचारकों ने निर्विवाद तौर पर इस हकीकत को स्वीकार किया है। समुद्री मार्गों ने भारत और शेष दुनिया के बीच कारोबार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में अहम भूमिका निभाई है।’ उन्होंने कहा, ‘समुद्री क्षेत्र के विकास से देश के जीडीपी को रफ्तार मिलेगी। कुल मिलाकर समिट काफी सफल रही है। मैं इस कार्यक्रम के लिए जहाजरानी मंत्रालय को बधाई देता हूं।’
केंद्रीय जहाजरानी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘किसी भी देश का विकास उसकी बंदरगाह और जहाज से संबंधित गतिविधियों से जाहिर होता है। यह इतिहास में पहली बार हुआ है कि सरकार के स्वामित्व वाले 12 बंदरगाहों ने रिकॉर्ड 4,200 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है। इस क्षेत्र की निजी कंपनियों की कमजोर वित्तीय स्थिति को देखते हुए यह एक बड़ी उपलब्धि है।’
समिट में 42 देशों की भागीदारी रही। इसमें दुनिया भर के 5,000 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।