नई दिल्ली: एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और भारत सरकार ने 200 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते का उद्देश्य महाराष्ट्र के 34 जिलों की ग्रामीण सड़कों को पक्की सड़कों में परिवर्तित करना है,ताकि सड़क सुरक्षा तथा बाजारों और सेवाओं से ग्रामीण क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर हो सके।
महाराष्ट्र ग्रामीण कनेक्टिविटी उन्नयन परियोजना के लिए ऋण समझौते पर भारत सरकार की ओर से वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के अपर सचिव श्री समीर कुमार खरे तथा एडीबी की ओर से एडीबी इंडिया रेजिडेंट मिशन के डिप्टी कंट्री डायरेक्टर श्री सव्यसाची मित्रा ने हस्ताक्षर किए। परियोजना समझौते पर वित्त विभाग के अवर सचिव श्री वॉल्टर डिमेलो तथा महाराष्ट्र ग्रामीण सड़क विकास संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के सचिव श्री प्रवीन किडे ने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर श्री समीर कुमार खरे ने कहा कि ग्रामीण कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना सरकार की प्राथमिकता है। इससे ग्रामीण आजीविका के लिए अवसरों के सृजन तथा गरीबी को समाप्त करने में मदद मिलेगी। बाजारों से बेहतर संपर्क होने के कारण किसानों को अपनी आय बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
एडीबी के श्री सव्यसाची मित्रा ने कहा किइस परियोजना से 2100 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का उन्नयन होगा। इससे ग्रामीण समुदायों का कृषि उत्पादन के बड़े क्षेत्रों और सामाजिक- आर्थिक केन्द्रों के साथ संपर्क बेहतर होगा।परियोजना के तहत पांच वर्षों का रख-रखाव भी शामिल है। ऋण में एक मिलियन डॉलर का अनुदान एमआरआरडीए को संस्थागत मजबूती प्रदान करने के लिए है।