नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति सुश्री गैब्रिएला माइकेटी को पुलवामा आतंकवादी हमले के बारे में जानकारी दी। अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि अर्जेंटीना आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है। श्री नायडू अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति के साथ हुई मुलाकात के दौरान बातचीत कर रहे थे। श्री नायडू ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति श्री मौरिसियो मैक्री की भारत यात्रा के दौरान 18 फरवरी को आतंकवाद के खिलाफ की गई विशेष घोषणा का उल्लेख किया।
दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों के बारे में भी विचार-विमर्श किया। उपराष्ट्रपति श्री नायडू ने कहा कि मौजूदा संदर्भ में शांति की लड़ाई में आतंक, भ्रष्टाचार, जलवायु परिवर्तन, काला धन और हथियारों के प्रवाह और नशीली दवाओं की समस्या के खिलाफ लड़ाई शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि द्विपक्षीय व्यापार को व्यापक और मजबूत बनाने तथा आपसी हितों के क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए भारत और अर्जेंटीना को सक्रिय रूप से कार्य करना चाहिए।
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति श्री मौरिसियो मैक्री की फरवरी 2019 में हुई भारत यात्रा के बाद इस वर्ष के दौरान अर्जेंटीना से यह दूसरी उच्च स्तरीय यात्रा थी। भारत और अर्जेंटीना ने फरवरी में राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मनाई है। दोनों नेताओं ने संसदीय कार्य, आपसी हितों के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान दोनों नेताओं द्वारा रखे गए रोडमैप का स्मरण किया। उन्होंने रक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, लिथियम, अंटार्कटिका, आईटी, स्वास्थ्य, नवीकरणीय और गैर-नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यटन और फिल्मों आदि से संबंधित नये क्षेत्रों की पहचान करने में दोनों पक्षों द्वारा मिलकर काम करने की जरूरत पर जोर दिया।
श्री नायडू ने अर्जेंटीना और विश्व दोनों स्तरों पर दिव्यांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए अर्जेंटीना के उपराष्ट्रपति द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना की। उन्होंने ब्रह्मकुमारी कार्यक्रम के शांतिपूर्ण और उत्साहवर्धक अनुभव की सराहना की, जिसमें अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति ने अभी हाल में भाग लिया था। अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति ने भारत के उपराष्ट्रपति श्री नायडू को अर्जेंटीना की यात्रा करने और जून 2019 में अर्जेंटीना में आयोजित होने वाले वैश्विक दिव्यांगता सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।