सिडनी: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अगले गुरुवार को होने वाले वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के लिए सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) की पिच तय हो गई है। सोमवार को पिच की जो सूरत दिखी उससे लगता नहीं कि कंगारू खेमे की ख्वाहिश पूरी होने जा रही है। उनको ग्रीनलैंड की बजाय सैंडी डेजर्ट मिलने के संकेत हैं। हालांकि, सोमवार को जब दोनों टीमें प्रैक्टिस को पहुंचीं तो उनकी बॉडी लैंग्वेज से साफ था कि SCG की 22 गज की पट्टी को लेकर दोनों ओर बेचैनी है। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड के बीच में 22 गज की आठ पट्टियां हैं। इनमें से नंबर 4 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल मैच के लिए तैयार किया जा रहा है। खास बात यह है कि इसी पिच पर साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच क्वॉर्टर फाइनल मैच खेला गया था। श्रीलंका की टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की लेकिन उन्होंने साउथ अफ्रीका के स्पिनर्स के आगे 133 रन पर घुटने टेक दिए। इसी पिच पर साउथ अफ्रीका को कोई परेशानी नहीं हुई और उसने महज 18 ओवर में एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। दिलचस्प बात है कि इसी पिच पर 8 मार्च को पूल ए का एक मैच श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था। उस हाई स्कोरिंग मैच में कुल 688 रन बने थे और मेजबान टीम 64 रन से जीती थी। वर्ल्ड कप के लिए SCG की तीन पिचों का ही इस्तेमाल किया गया है। उल्लेखनीय है कि पिच नंबर 7 पर ऑस्ट्रेलिया के ओपनर फिल ह्यूज की डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते हुए एक बाउंसर लगने से मौत हुई थी। उसके बाद से 7 नंबर पिच को एक सीजन के लिए रिटायर कर दिया गया है। उस पर और पिच नंबर 8 पर हाल-फिलहाल कोई मैच नहीं खेला गया है।
सोमवार को पिच का एक तरह से मुंडन कर दिया गया था। इस पर ना के बराबर घास थी। वह भी शायद मिट्टी को बांधने को छोड़ी गई थी। इस पर लाइट रोलर लगातार चलाए जा रहे थे। दोपहर बाद पानी का छिड़काव किया गया और थोड़ी देर बाद फिर रोलर चलाया गया। मंगलवार को सिडनी में बारिश का पूर्वानुमान है। इससे अगर पिच का मिजाज बदल जाए तो अलग बात है वर्ना लगता नहीं कि अगले दो दिनों में इस पर घास उगने की संभावना है या फिर उगाने की कोई कोशिश होगी।
आईसीसी के पिच कंसल्टेंट एंडी एटकिंसन पिछले दो दिनों से SCG पर डेरा डाले हुए हैं। क्यूरेटर टॉम पारकर से एटकिंसन लगातार संपर्क में हैं और उन्हें बार-बार हिदायत देते हुए देखे गए। पारकर अपने पत्ते नहीं खोलने के लिए जाने जाते हैं। उनके बारे में यह भी मशहूर है कि वह किसी की सुनते नहीं। उनका एक ही टारगेट होता है, स्पोर्टिंग विकेट बनाने का। इस बार आईसीसी के इस बड़े इवेंट में वह अपने सिद्धांतों पर कितना कायम रहते हैं यह देखना होगा।
सुबह प्रैक्टिस पर आने के बाद टीम इंडिया के स्पिनर आर अश्विन ड्रेसिंग रूम में जाने की बजाय सीधे पिच देखने गए। इसके बाद टीम के ट्रेनर आर श्रीधर काफी देर तक एंडी एटकिंसन से बात करते हुए देखे। उनके ड्रेसिंग रूम में जाने के थोड़ी देर बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ टीम इंडिया के डायरेक्टर रवि शास्त्री, मैनेजर अरशद अयूब, बोलिंग कोच भरत अरुण पिच की ओर रवाना हुए। धोनी पिच पर झुके और बस एक सेकंड के लिए उसे छूकर उठ गए।
पिच के पास डंकन फ्लेचर भी पहुंचे। फिर टीम के कोर ग्रुप ने वहीं एक घेरा बनाकर चर्चा शुरू कर दी। लगभग 20 मिनट तक चली ‘पिच मीटिंग’ में विराट कोहली थोड़ी देर से शामिल हुए। फ्लेचर, शास्त्री और विराट ने बारी-बारी से अपनी बातें रखीं। उनके हाव-भाव से लग रहा था कि वह फील्ड पोजिशन और शॉट्स को लेकर विशेष चर्चा कर रहे हैं। बीच-बीच में पिच की ओर इशारा करते हुए भी देखे गए। इस बीच धोनी चुपचाप सुनते देखे गए। आखिर में उन्होंने अपनी बातें रखीं। इस बीच रोहित शर्मा और शिखर धवन भी पिच देखने गए।
ऑस्ट्रेलिया की टीम प्रैक्टिस करने आई तो माइकल क्लार्क, कोच डेरेन लीमैन और टीम के फील्डिंग कोच ग्रेग ब्लुवेट भी पिच देखने गए। इनके बीच भी आधे घंटे तक पिच मीटिंग हुई। गौर करने वाली बात यह रही कि इस मीटिंग में टीम के मनोवैज्ञानिक डॉक्टर माइकल लॉयड भी शामिल हुए। इस बीच क्लार्क ने दूर से ही आवाज लगाकर क्यूरेटर पार्कर से कुछ कहने को कोशिश की। लेकिन पारकर ना कहने के अंदाज में हाथ हिलाते हुए दूसरी ओर चले गए।
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