मीरपुर: भारत ने यूएई को क्रिकेट का कड़ा सबक सिखाकर उसे दस ओवर शेष रहते हुए नौ विकेट से करारी शिकस्त दी और बांग्लादेश के खिलाफ छह मार्च को
होने वाले फाइनल से पहले एशिया कप टी-20 टूर्नामेंट में अपना विजय अभियान जारी रखा।
यूएई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन भारत ने उसे 20 ओवरों में नौ विकेट पर 81 रन ही बनाने दिये। उसकी तरफ से आधे से अधिक रन शैमन अनवर (43) ने बनाये। भारत ने केवल 10.1 ओवर में एक विकेट पर 82 रन बनाकर लगातार चौथी जीत दर्ज की। रोहित शर्मा ने 28 गेंदों पर 39 रन बनाये जबकि अपना 50वां टी-20 मैच खेल रहे युवराज सिंह 25 और शिखर धवन 16 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारत की इस जीत की नींव गेंदबाजों ने रख दी थी जिनके सामने यूएई के बल्लेबाज बगलें झांकते नजर आये। भुवनेश्वर कुमार (चार ओवर में आठ रन देकर दो विकेट) और हरभजन सिंह (11 रन देकर एक विकेट) ने बल्लेबाजों को रनों के लिये तरसाये रखा। भारत के पहले ही फाइनल में पहुंचने के कारण इन दोनों को इस साल अपना पहला टी-20 मैच खेलने का मौका मिला। इस मैच में पदार्पण करने वाले पवन नेगी (16 रन देकर एक विकेट), जसप्रीत बुमराह (23 रन देकर एक विकेट), हार्दिक पांड्या (तीन ओवर में 11 रन देकर एक विकेट) और युवराज (दो ओवर में दस रन देकर एक विकेट) ने विकेट हासिल किये।
भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने एक तरह से बल्लेबाजी का अभ्यास किया। रोहित और धवन अपनी पिछली दो पारियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये थे और इसलिए उनके पास मैच अभ्यास का यह बहुत अच्छा मौका था। रोहित ने इसका फायदा उठाया। उन्होंने पहले दो ओवरों में परिस्थितियों का परखने के बाद यूएई के कप्तान अमजद जावेद की लगातार गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया और फिर मोहम्मद नावेद और कादिर अहमद पर भी दो-दो चौके जमाये।
युवराज जल्द से जल्द मैच समाप्त करने के मूड में थे। मोहम्मद शहजाद की गेंद लॉन्ग ऑफ पर छह रन के लिये लहराकर उन्होंने अपने इरादे जता दिये थे। इसी गेंदबाज के अगले ओवर में उन्होंने विजयी चौका लगाया। युवराज ने 14 गेंद खेली तथा चार चौके और एक छक्का जमाया जबकि धवन की 20 गेंद की पारी में तीन चौके शामिल हैं।
इससे पहले भारत ने दूसरी बार किसी टीम को 100 से कम स्कोर पर रोका। दोनों टीमों के बीच किसी तरह का मुकाबला ही नहीं था। यूएई ने कुल 77 गेंद खाली छोड़ी। उसकी टीम ने संघर्ष का जज्बा ही नहीं दिखाया। भुवनेश्वर का पहला स्पेल काफी किफायती था। उन्होंने तीन ओवरों में 15 गेंद खाली डाली और इस बीच स्वप्निल पाटिल को अपनी ही गेंद पर कैच करके भारत को पहली सफलता भी दिलायी। बुमराह ने नये बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद को आउट करके स्कोर दो विकेट पर दो रन कर दिया।
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