नई दिल्ली: आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप एस. पुरी ने शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) से अनुरोध किया है कि वे पर्याप्त प्रशिक्षण, व्यावहारिक अनुभव और नई तकनीकों के जरिये अधिकारियों और कुशल नगरपालिका कर्मचारियों का एक समर्पित समूह बनाकर ठोस अपशिष्ट का प्रभावकारी ढंग से निपटान करें। उन्होंने कहा कि अपशिष्ट को संपदा में तब्दील करने संबंधी भारत सरकार का प्रयास अपशिष्ट से संपदा बनाने के मिशन में भी प्रतिबिंबित होता है जिसे हाल ही में गठित प्रधानमंत्री की विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार सलाहकार परिषद द्वारा मंजूरी दी गई है। श्री पुरी आज नई दिल्ली में विश्व पर्यावास दिवस 2019 के अवसर पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे। आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय में सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा, आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय में अपर सचिव श्री शिव दास मीणा, हुडको के सीएमडी श्री रवि कांत, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, स्कूली बच्चे एवं शिक्षक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस असर पर हुडको की पत्रिका ‘शेल्टर’ और विश्व पर्यावास दिवस पर एनसीएचएफ के विशेष अंक का विमोचन किया गया। हुडको, बीएमटीपीसी और एनएचबी द्वारा स्कूलों में आयाजित चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं का अभिनंदन किया गया।
इससे पहले श्री पुरी ने कहा कि भारत सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को निर्धारित समयावधि से पहले प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि एकल उपयोग प्लास्टिक के खिलाफ जन अभियान काफी जोर पकड़ चुका है, क्योंकि लोग भावी पीढि़यों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण संरक्षण और पर्यावास की सुरक्षा के प्रति अब काफी ज्यादा जागरूक हो चुके हैं।