केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली का दौरा किया। उन्होंने इस अवसर पर अस्पताल में उपलब्ध कोविड सुविधाओं और इन्हें आगे और मजबूत बनाने के प्रयासों का व्यापक जायजा लिया। केन्द्रीय मंत्री ने पहले आईपीडी ब्लॉक का दौरा किया, जहां 240 बिस्तर की सुविधा की स्थापना की जा रही है, जो दो हफ्ते के भीतर परिचालन में आ जाएगा। फिर केन्द्रीय मंत्री ने टीकाकरण केन्द्र का दौरा किया, जहां उन्होंने व्यवस्थित, क्रमबद्ध और अनुशासित तरीके से लोगों के टीकाकरण की दिशा में अस्पताल के प्रयासों की प्रशंसा की।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों के तहत, कॉलेज की शैक्षणिक गतिविधियों को नए शैक्षणिक ब्लॉक में स्थानांतरित कर दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल और श्रीमती सुचेता कृपलानी हॉस्पिटल में बिस्तर क्षमता और बढ़ गई, जिन्हें लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज से जोड़ दिया गया है। शैक्षणिक गतिविधियों को स्थानांतरित किए जाने से कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की बिस्तर क्षमता 30 बिस्तर तक बढ़ गई है और सुचेता कृपलानी हॉस्पिटल की बिस्तर क्षमता 112 बिस्तर तक बढ़ गई है।
केन्द्रीय मंत्री ने शैक्षणिक ब्लॉक को कोविड योद्धाओं को समर्पित किया और महामारी से लड़ने और इस चुनौतीपूर्ण दौर में लोगों की सहायता के लिए अथक और समर्पित रूप से काम करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
डॉ. हर्ष वर्धन ने महामारी से लड़ाई में समर्पण के साथ काम करने के लिए लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि बीते साल से ही कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अस्पताल ने अग्रिम मोर्चे पर काम किया है, जब महामारी शुरू हुई थी और वह दृढ़ता और प्रतिबद्धता के साथ निरंतर काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि एलएचएमसी सुविधाओं के विस्तार पर निरंतर काम जारी रहना चाहिए।
भ्रमण के बाद मीडिया को संबंधित करते हुए, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई में केन्द्र सरकार के टीकाकरण के प्रयासों की सराहना की और कहा कि अभी तक स्वास्थ्य कर्मचारियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और 45 से ज्यादा उम्र के लोगों को 15 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि 18 से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान 1 मई से शुरू हो जाएगा।
को-विन वैक्सीन पंजीकरण पोर्टल की सराहना करते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डिजिटली और तकनीकी रूप से सुदृढ़ पोर्टल के माध्यम से निरंतर पंजीकरण किया जा रहा है। कल शाम 4 बजे से शाम 7 बजे तक महज तीन घंटे के भीतर पोर्टल पर 80 लाख से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया। मंत्री ने कहा कि टीकाकरण सरकार की रोकथाम और प्रबंधन की रणनीति एक अहम भाग है। उन्होंने कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ाई जारी है और सरकार हालात से निपटने के लिए अपने सभी अनुभवों का इस्तेमाल कर रही है।
डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि पिछले एक महीने के दौरान मामले तेजी से बढ़े हैं, लेकिन लोग उसी गति से ठीक भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में से एक है, लेकिन हर मौत दुखद और पीड़ादायक होती है। इसलिए हमें उपचार में सुधार की दिशा में काम करने की जरूरत है और दूरस्थ परामर्श के इस्तेमाल से ज्यादा से ज्यादा लोगों की सहायता करने की जरूरत है, जिससे मरीजों को घर पर ही सही सलाह दी जा सके और तेज सुधार के लिए जरूरी उपचार उपलब्ध कराया जा सके। राष्ट्रीय मृत्यु दर गिर रही है और यह वर्तमान में 1.11 प्रतिशत के स्तर पर है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जोर देकर कहा कि कोविड-19 के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना है। उन्होंने कहा, “मास्क पहनने, साबुन से नियमित हाथ धोने और सामाजिक दूरी का पालन करने से बड़ा कोई हथियार नहीं है।” उन्होंने कहा कि महामारी की शुरुआत से प्रधानमंत्री लोगों से कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में आवश्यक उपाय के रूप में लोगों से कोविड उपयुक्त व्यवहार के पालन की मांग करते रहे हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने इस बात की प्रशंसा की कि देश में परीक्षण क्षमता लगातार बढ़ रही है और कल 17 लाख जांच की गई थीं। कुल मिलाकर, कल तक देश भर में 28,44,71,979 परीक्षण किए जा चुके हैं, जबकि कल ही 17,68,190 परीक्षण किए गए।केन्द्रीय मंत्री ने लक्षणों वाले लोगों से खुद ही जल्द से जल्द परीक्षण कराने और परेशान नहीं होने का अनुरोध किया।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस चुनौतीपूर्ण दौर में अपने गतिशील नेतृत्व के लिए और नियमित आधार पर निरंतर सक्रिय योजना के लिए मंत्री और मंत्रालय को विजन उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की। केन्द्रीय मंत्री ने जोर दिया और भरोसा दिलाया कि सरकार के चरणबद्ध प्रयासों से फरवरी में सक्रिय मामले घटकर महज 10,000 से कम रह गए थे, अब एक बार फिर सक्रिय मामलों में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि बीते साल वायरस के बारे में कोई नहीं जानता था, लेकिन अब सरकार इस चुनौती से निबटने के बारे में बेहतर जानती है और इस जानलेवा महामारी से लड़ाई में अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।