नई दिल्ली: भारत ने चीन से आने वाले घटिया प्रकार के दूध व दुग्ध उत्पाद के साथ कुछ विशेष प्रकार के मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत ने इन उत्पादों को स्तरीय नहीं पाया था। वहीं जिन मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन नहीं हो रहा था।
वाणिज्य व उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद को यह जानकारी देते हुए कहा कि चीन से जिन दूध व दुग्ध उत्पाद के आयात पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनकी गुणवत्ता स्वीकार करने लायक नहीं थी।
उन्होंने बताया कि कुछ मोबाइल फोन जिन पर इंटरनेशनल मोबाइल स्टेशन इक्युपमेंट आइडेंटिटी नंबर नहीं थे या सुरक्षा के लिहाज से उपयुक्त नहीं थे, उनके आयात पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही चीन से कुछ स्टील उत्पादों के आयात पर भी रोक लगाई गई है। कई सांसदों ने चीन से आने वाली वस्तुओं पर पूर्ण रोक लगाने की मांग की थी।
सीतारमण ने कहा कि वित्त वर्ष 2015-16 के अप्रैल-फरवरी में चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 48.68 अरब डॉलर रहा। इस अवधि में भारत व चीन के बीच 65.16 अरब डॉलर का व्यापार किया गया।
उन्होंने कहा कि चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा बढ़ रहा है और इसकी मुख्य वजह है कि चीन भारत को मुख्य रूप से टेलीकॉम व बिजली जैसे क्षेत्रों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उन्हें उपकरण की आपूर्ति करता है जो मैन्यूफैक्चरिंग पर आधारित है। दूसरी तरफ भारत चीन को मुख्य रूप से प्राथमिक व इंटरमीडिएट उत्पाद का निर्यात करता है।
चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा बढ़ता जा रहा है। भारत इस घाटे को पाटने के लिए चीन के साथ व्यापारिक बातचीत भी कर रहा है और इस सिलसिले में पिछले कई सालों में कई राउंड बातचीत भी हो चुकी है।