देहरादून: दुनिया की असली समस्याओं से निपटने में क्रिएटिविटी और इनोवेशन की अहमियत को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र द्वारा ‘वर्ल्ड क्रिएटिविटी इनोवेशन डे’ की शुरुआत की गई थी, जिसका जश्न दुनिया भर में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र दिवस जिस विचार का प्रतीक है, उसका उत्सव मनाने और क्रिएटिविटी की मदद से इनोवेटिव सॉल्यूशन तैयार करने के इरादे से, भारत में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी ने ‘इनोवेशन डे’ के मौके पर 17 से 21 अप्रैल 2023 के दौरान वर्ल्ड सिटिजन डेवलपमेंट वीक की शुरुआत की है। सिटिजन डेवलपमेंट एक शानदार कॉन्सेप्ट है, जो ऐसे लोगों के लिए बेहद मददगार है जिन्हें कस्टम एप्लिकेशन, वेबसाइट और इसी तरह के दूसरे डिजिटल सॉल्यूशन तैयार करने के लिए पहले से कोडिंग की कोई जानकारी नहीं होती है। हफ्ते भर चलने वाले इस नॉलेज पैनल में नो-कोड लो-कोड टूल्स के बारे में गहराई से जानकारी दी जाएगी, ताकि लोगों को महँगी डेवलपमेंट टीमों पर निर्भर हुए बिना सोच को तेज़ी से अमल में लाने में मदद मिल सके।
भारत की एक नो-कोड टेक्नोलॉजी कंपनी, क्विक्सी द्वारा शुरू किए गए वर्ल्ड सिटिजन डेवलपमेंट वीक में पूरी दुनिया की दिलचस्पी बड़ी तेजी से बढ़ी है, और अभी-अभी लॉन्च किए गए इस वार्षिक कार्यक्रम के प्रीमियर संस्करण में भाग लेने के लिए टेक्नोलॉजी कंपनियाँ आगे आ रही हैं। टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र से जुड़े अनुभवी पेशेवरों की एक टीम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों और व्यवसायों को अपने डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए जरूरी जानकारी और टूल्स उपलब्ध कराना है, ताकि वे भी आगे बढ़ सकें। 5 दिनों के इस कार्यक्रम में देश-विदेश के लोग भाग लेंगे, और अलग-अलग तरह के इंटरैक्टिव वर्कशॉप, प्रेजेंटेशन और नेटवर्किंग सेशन से सीखेंगे।
पहली बार इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है, जिसके बारे में बात करते हुए, क्विक्सी में मार्केटिंग एंड इवेन्जलिज़्म के वाइस प्रेसिडेंट, श्री विवेक गोयल ने कहा, “सिटिजन डेवलपमेंट वीक को समुदाय और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस कार्यक्रम में दुनिया भर के बेहद अनुभवी लोग उपस्थित होंगे, जो सिटिजन डेवलपमेंट, इसकी व्यावहारिकता, इसमें एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के उपयोग के साथ–साथ कई दिलचस्प विषयों पर जानकारी देंगे। इस कार्यक्रम में बहुत से अनुभवी वक्ता अलग–अलग विषयों पर अपनी बात प्रस्तुत करेंगे, लिहाजा यह कार्यक्रम निश्चित तौर पर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के पारंपरिक तरीकों को बदल देगा।