नई दिल्ली: पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास राज्यमंत्री( स्वतंत्र प्रभार) युवा मामलों और खेल ,प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री कार्मिक, लोक शिकायत ,पेंशन परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि योग के क्षेत्र में संदेश व्यापाक और स्पष्ट रूप से दूर तक पहुंचना चाहिए कि आज योग के क्षेत्र में केवल भारत ने ही पूरे विश्व को नेतृत्व प्रदान करने की अपनी क्षमता को साबित किया है। आज प्रत्येक देश इसका अनुसरण कर रहे हैं। ठीक इसी तरह भारत दूसरे अन्य सभी क्षेत्रों में भी विश्व का नेतृत्व करने को तैयार है। वे जम्मू एवं कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बोल रहे थे । उन्होंने कहा ‘ जैसे भारत ने योग के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व किया है, हमें इस बात का संकल्प लेना चाहिए दूसरे हर क्षेत्र में भी भारत विश्व का नेतृत्व करेगा।’
डॉ. सिंह ने कहा – ‘यह दोहरे गर्व की बात है कि भारत ने विश्व को योग दिया और श्री नरेंद्र मोदी ने विश्व को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस दिया। प्रधानमंत्री के रूप में वही एक थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के समक्ष इसका प्रस्ताव रखा और संयुक्त राष्ट्र में यह रिकार्ड संख्या 177 देशों द्वारा स्वीकार किया गया।’
उन्होंने कहा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल योग तक ही अकेले सीमित नहीं है। इसका महत्व संपूर्ण मानव जाति को एकता में बांधने के रूप में देखा गया है और इसलिए इसका वर्णन ‘अंतरराष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में भी किया गया है। राष्ट्रीयता ,क्षेत्र,संप्रदाय, विचाधारा और भाषा के बिना किसी तरह के भेदभाव के धरती के सभी अलग-अलग देशों ने भारत और प्रधानमंत्री के आह्वन पर एक समय और एक ही दिन में योग का अभ्यास किया।
खेल मामलों के मंत्रालय और नेहरू युवा केंद्र को बधाई देते हुए उन्होंने कहाकि यह पहला अवसर है जब मंत्रालय ने इतने बड़ी पहल को अपने हाथों में लिया है। डॉ. सिंह ने बताया कि खेल मामलों के मंत्रालय और नेहरू युवा केंद्र के माध्यम से आज पूरे देश में एक साथ 1,00,000 गांवों और 250 जिलों तथा वाराणसी, इफांल, शिमला, जम्मू, वडोदरा, लखनऊ , बंगलुरु, विजयवाडा, भुवनेश्वर तथा होशियरपुर जैसे 10 बड़े शहरों में योग के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।