नई दिल्ली: भारत ने पीएसएलवी सी-35 का सोमवार सुबह इसरो के श्रीहरिकोटा केंद्र से प्रक्षेपण किया है जो सात उपग्रहों को लेकर अंतरिक्ष की ओर रवाना हुआ है।
इस मिशन का मक़सद एससीएटीएसएटी-1 को अंतरिक्ष में स्थापित करना है। यह उपग्रह अंतरिक्ष की कक्षा से मौसम की भविष्यवाणी में मदद करेगा।
पीएसएलवी अपने साथ पांच विदेशी उपग्रहों को भी ले गया है, जिन्हें अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित किया जाना है। इनमें अमरीका, कनाडा और अल्जीरिया के उपग्रह शामिल हैं।
इसके अलावा इसमें तमिलनाडु के कुछ कॉलेजों के छात्रों की ओर से विकसित नैनोसैटेलाइट पीआईएसएटी भी शामिल है।
इसी साल जून में इसरो ने पीएसएलवी के ज़रिए एक साथ 20 उपग्रहों को अंतरिक्ष में पहुँचाया था। इसमें भारत के तीन और 17 विदेशी उपग्रह शामिल थे। उस क़ामयाब लॉंच के बाद, सोमवार को पीएसएलवी का पहला लाँच है।
यदि यह मिशन सफल रहा है तो भारत 79 विदेशी उपग्रहों को अंतरिक्ष में पहुंचाने वाला देश बन जाएगा। इसके साथ ही अंतरिक्ष अभियान से भारत को होने वाली कमाई भी 12 करोड़ डॉलर को पार कर जाएगी।
साभार बीबीसी हिन्दी