नई दिल्ली: बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव- 2019 में हिस्सा लेने गए भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने ‘इंडिया नेटवर्किंग’ का आयोजन किया। इसमें भारत के साथ सहयोग करने के इच्छुक फिल्म उत्सव के प्रमुख दिग्गजों, अंतर्राष्ट्रीय फिल्म संघों, फिल्म एजेंसियों और प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं ने हिस्सा लिया।
इस दौरान फिल्मों के सह-निर्माण और इस वर्ष होने वाले आईएफएफआई के स्वर्ण जयंती समारोह के लिए साझेदारी करने के विषयों पर चर्चा की गई। इस आयोजन में शिरकत करने वालों को भारत में फिल्म बनाने की आसानी के बारे में बनाई गई नीतियों की भी जानकारी दी गई। इसके लिए वेब पोर्टल www.ffo.gov.in का उल्लेख करते हुए बताया किया कि इसके जरिए फिल्म शूटिंग का आवेदन किया जा सकता है। आयोजन के दौरान यह भी बताया किया कि सिनेमाटोग्राफ अधिनियम में संशोधन के जरिए फिल्म पायरेसी को रोकने के प्रयास भी किए गए हैं।
इसके पूर्व भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कांस फिल्म महोत्सव की बिक्री एवं संचालन प्रमुख सुश्री माउद एम्सन से मुलाकात की और उन्हें कांस फिल्म मार्केट 2019 में भारत सरकार की शिरकत के बारे में चर्चा की। चर्चा के दौरान कांस में आईएफएफआई 2019 की रणनीतिक स्थिति पर भी विचार किया गया। इसके मद्देनजर इस वर्ष स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने चीन अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्म उत्सव के अध्यक्ष श्री ह्वो खमिंग, एआरएस वीडियर स्टूडियो की निर्माता सुश्री अन्ना समर्तसेवा, एकोमे एसए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पनोस कवोनिस से भी मुलाकात की। श्री पनोस कवोनिस ने कहा कि यूनानी सरकार आईएफएफआई के स्वर्ण जयंती समारोह में शिरकत करने पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सक्रिय भागीदारी से संबंध मजबूत होंगे।
अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सवों और कमीशनों ने भारत और आईएफएफआई- 2019 के साथ संभावित सहयोग की इच्छा व्यक्त की। इससे इस बात को बल मिलता है कि भारत में फिल्म निर्माण के लिए आकर्षक अवसर मौजूद हैं और यहां मीडिया तथा मनोरंजन उद्योग के लिए बहुत आकर्षण है।