नई दिल्लीः भारत ने इंडियन स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड (आईएसपीआरएल) द्वारा मंगलोर में निर्मित दो रणनीतिक पेट्रोलियम रिजर्व (एसपीआर) कंदराओं (कैवर्न) में से एक कैवर्न को भरने के लिए यूएई के कच्चे तेल का पहला कार्गो प्राप्त किया। इससे पहले 12 मई को पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान और संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री (स्टेट) एवं अबू धाबी के एडनॉक ग्रुप के सीईओ माननीय डॉ. सुल्तान अल जबेर ने कच्चे तेल के वाहक जहाज ‘एमटी इन्सिपिरेशन’ को 2 मिलियन बैरल कच्चे तेल से भरने की प्रक्रिया शुरू की थी, जो यूएई की अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडनॉक) का था।
फरवरी, 2018 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की यूएई यात्रा के दौरान आईएसपीआरएल और एडनॉक ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे, जिसके तहत एडनॉक मंगलोर स्थित भारत की एसपीआर यूनिट में अपने खर्चे पर लगभग 5.86 मिलियन बैरल कच्चे तेल का भंडारण करेगी। इसमें कच्चे तेल को भरने का काम 2 मिलियन बैरल क्रूड से शुरू हुआ, जो आज मंगलोर पहुंचा। एडनॉक अतिरिक्त कच्चा तेल लाएगी और इस वर्ष के उत्तरार्द्ध में मंगलोर कैवर्न को भरेगी।
एडनॉक का निवेश भारतीय एसपीआर यूनिट में कच्चे तेल के जरिये हो रहा है। पहली बार कोई निजी विदेशी कंपनी अपने कच्चे तेल से एक भारतीय एसपीआर कैवर्न को भर रही है। भारत सरकार ने एसपीआर कार्यक्रम के प्रथम चरण के तहत तीन स्थानों यथा विशाखापत्तनम, मंगलोर एवं पदूर में 5.33 मिलियन टन (लगभग 39 मिलियन बैरल) की कुल क्षमता के साथ कच्चे तेल की भंडारण क्षमताओं का निर्माण किया है। संयुक्त अरब अमीरात भारत के लिए कच्चे तेल का छठा सबसे बड़ा स्रोत है और वह कुल पेट्रोलियम आवश्यकता के लगभग 6 प्रतिशत की आपूर्ति करता है।