नई दिल्ली: जिनेवा में हो रहे संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 40 वें सत्र में यूएन में भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव मिनी कुमाम ने जम्मू कश्मीर में सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर एक बार फिर पाकिस्तान पर निशाना साधा है। कुमाम ने कहा कि, हमें गहरा अफसोस है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण प्रॉपेगैंडा के लिए काउंसिल के दुरुपयोग कर रहा है। जिन मामलों पर बात करने की जरूरत है वह है पाकिस्तान द्वारा भारत के राज्य जम्मू कश्मीर पर अवैध कब्जा और पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों की पीड़ा। जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को बर्बाद किया है।
मिनी कुमाम ने कहा कि, पाक अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में आक्रामकता के कृत्यों, आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगाहों के लिए जाना जाता है। सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में में नागरिकों का शोषण करने वाली सैन्य अदालतें, ईशनिंदा कानून के माध्यम से अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न, जबरन धर्मांतरण और अल्पसंख्यकों का विवाह कराया जा रहा है।
मिनी कुमाम ने कहा कि, पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद का लगातार समर्थन भारतीय राज्य जम्मू कश्मीर में हमारे नागरिकों के मानवाधिकारों की रक्षा हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। भारतीय सचिव ने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को पाकिस्तानी सेना या राजनीतिक नेतृत्व द्वारा राज्य नीति के साधन के रूप में उपयोग करने का खुलासा पहले ही हो चुका है। साभार Oneindia.com