भारत में मरीजों के ठीक होने की संख्या में लगातार भारी बढ़ोतरी हो रही है तथा सक्रिय मामलों की प्रतिशतता में भी काफी कमी हुई है। इसके परिणामस्वरूप संक्रमण के दोगुना होने के समय में तेजी से सुधार हुआ है। अब यह लगभग 73 दिन (72.8 दिन) है। यह दैनिक नए मामलों में काफी गिरावट को दर्शाता है। इसके परिणामस्वरूप कुल मामले दोगुना होने में लगने वाले समय में बढ़ोतरी हुई है।
भारत ने अगस्त के मध्य में संक्रमण मामले दोगुना होने की दर 25.5 दिन थी। अब दोगुनी होने की दर लगभग 73 दिन होने में भारत ने लंबा रास्ता तय किया है। यह केन्द्र की व्यापक और उच्च देश व्यापी परीक्षण त्वरित और प्रभावी निगरानी और ट्रैकिंग, जल्द–से-जल्द अस्पताल में भर्ती करने और केन्द्र सरकार द्वारा जारी मानक उपचार प्रोटोकॉल के प्रभावी अनुपालन के तहत राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा की गई सहयोगात्मक कार्रवाई का परिणाम है। यह डॉक्टरों, पैरामेडिक्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और अन्य सभी कोविड-19 योद्धाओं की निस्वार्थ सेवा और समर्पण का संयुक्त परिणाम है।
कोविड के संबंध में उचित व्यवहार को अपनाने के संबंध में बढ़ती हुई देशव्यापी जागरूकता ने कोविड के संक्रमण के प्रसार को रोकने और समय पर उपचार करने में मदद की है।
पिछले 24 घंटों में 81,514 नई रिकवरी हुई हैं। इसे मिलाकर मरीजों के ठीक होने की कुल संख्या अब लगभग 64 लाख (63,83,441) हो गई है। राष्ट्रीय रिकवरी दर में एक दिन में अधिक संख्या में हुई रिकवरी लगातार परिलक्षित हो रही है जो 87 प्रतिशत से अधिक हो गई है, अब यह 87.36 प्रतिशत है।
10 राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों का नए मरीज ठीक होने के मामलों में 79 प्रतिशत योगदान है। महाराष्ट्र में एक दिन में 19,000 रोगी ठीक हुए हैं जबकि कर्नाटक में 8,000 से अधिक नए मरीज ठीक हुए हैं।
वर्तमान में सक्रिय मामले देश के कुल पॉजिटिव मामलों के 11.12 प्रतिशत हैं। पॉजिटिव मामलों की संख्या 8,12,390 है। जो एक सप्ताह से 9 लाख से नीचे चल रही हैं।
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 67,708 नए पुष्ट मामले दर्ज किए गए।
77 प्रतिशत नए पुष्ट मामले 10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से हैं। ऐसे मामलों की संख्या महाराष्ट्र में 10,000 से अधिक है जबकि कर्नाटक में यह संख्या 9,000 से अधिक है।
पिछले 24 घंटों में 680 मौत दर्ज हुईं जो पिछले 12 दिनों से 1000 से लगातार कम चल रही हैं। इनमें से लगभग 80 प्रतिशत मामले 10 राज्यों /केन्द्र शासित प्रदेशों में केन्द्रित हैं।
रिपोर्ट की गई 23 प्रतिशत से अधिक नई मौत महाराष्ट्र में हुईं हैं। राज्य में 158 लोगों की जान गई हैं।