नई दिल्ली: भारत ने बुधवार को बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का एक और सफल परीक्षण किया। इसे ओडिशा के चांदीपुर टेस्ट फायरिंग रेंज से छोड़ा गया। स्वदेशी टेक्नोलॉजी से बनी ये मिसाइल न्यूक्लियर हथियारों के साथ 350 किलोमीटर तक दुश्मन पर अटैक कर सकती है। पृथ्वी के इस टेस्ट को भारत का पाकिस्तान को करारा जवाब माना जा रहा है।
पाक पीएम के फॉरेन अफेयर्स एडवाइजर सरताज अजीज ने सोमवार को कहा था कि लगातार मिसाइल टेस्ट से रीजन में पावर बैलेंस बिगड़ जाएगा। रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक, अजीज ने भारत के सुपरसोनिक मिसाइल टेस्ट पर चिंता जताई थी।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भी अपने डिफेंस के लिए एडवांस्ड मिसाइल टेक्नोलॉजी अपग्रेड करता रहेगा। चीन के मुकाबले भारत को खड़ा करने के लिए अमेरिका लगातार उसकी मदद कर रहा है। इस मामले में अमेरिका दोहरी चाल चलता है। हम इस मुद्दे को इंटरनेशनल लेवल पर जोर-शाेर से उठाएंगे।
ये हैं मिसाइल की खासियत
– भारत ने पिछली फरवरी में भी पृथ्वी-2 का कामयाब टेस्ट किया था।
– डीआरडीओ ने स्वदेशी तकनीक से यह यह मिसाइल बनाई है।
– पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल 500 से 1000 किलो वजनी न्यूक्लियर हथियार से दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने का मद्दा रखती है।
– यह जमीन से जमीन पर 350 किलोमीटर तक मार कर सकती है।
– एडवांस टेक्नोलॉजी वाली पृथ्वी-2 मिसाइल में 2 इंजन लगाए गए हैं।
– अग्नि मिसाइलों के बाद यह भारत की प्रमुख बैलिस्टिक मिसाइल है।
साभार न्यूज 24