वियतनाम के सूचना और संचार मंत्री गुयेन मान हंग ने आज भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय का दौरा किया और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री, श्री राजीव चंद्रशेखर से मुलाकात की। उन्होंने डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर विचारों का आदान-प्रदान किया और दोनों पक्षों के बीच आईसीटी व्यापार और सहयोग को और बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
इस दौरान दोनों मंत्रियों ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग पर भारत-वियतनाम समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन आईसीटी के क्षेत्र में दोनों देशों के क्षमता निर्माण और अन्य सार्वजनिक और निजी संगठनों को बढ़ाने में शामिल निजी संस्थाओं, सरकारों, संस्थानों के बीच सक्रिय सहयोग और आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का इरादा रखता है।
श्री राजीव चंद्रशेखर ने उल्लेख किया कि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत भारत ने पिछले 19 महीनों में कोविड-19 महामारी से उत्पन्न संकट को दूर करने के लिए तेजी से डिजिटलीकरण के प्रयास किए हैं। भारत के आईटी सेवा क्षेत्र, डिजिटल सरकार की पहलों और तेजी से उभरते तकनीकी स्टार्टअप इकोसिस्टम ने न केवल इस महामारी की चुनौतियों का सामना करने के लिए लचीलापन और परिपक्वता दिखाई है, बल्कि अब यह अन्य विकासशील और कम विकसित देशों के लिए रोल मॉडल हैं।
दोनों मंत्री इस बात पर सहमत हुए कि हालांकि पिछले कुछ वर्षों में भारत और वियतनाम के बीच सक्रिय भागीदारी रही है लेकिन आगे सहयोग तलाशने की अपार संभावनाएं हैं। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम और डिजिटल परिवर्तन वियतनाम के अंतर्गत डिजिटल परिवर्तन के एकसमान उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच सहयोग और डिजिटल व्यापार को और बढ़ा सकते हैं।