कोलकाता: कप्तान रोहित शर्मा रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ ईडन गाडर्ेंस स्टेडियम में तीसरा व आखिरी टी-20 मैच खेलने उतरेंगे तो उनके मन में एक बात जरूर चल रही होगी-क्लीन स्वीप की हैट्रिक। उनकी कप्तानी में भारत वनडे की तरह टी-20 सीरीज में भी वेस्टइंडीज का सूपड़ा साफ करना चाहेगा। रोहित ने फुलटाइम कप्तान बनने के बाद पहले कीवियों को घरेलू टी-20 सीरीज में 3-0 से हराया, फिर भारत आई वेस्टइंडीज को वनडे में 3-0 से मात दी और अब टी-20 में भी उसका सूपड़ा साफ करने के करीब है। भारत अगर तीसरा टी-20 मैच भी जीत लेता है तो रोहित के नाम सीरीज क्लीन स्वीप करने की हैट्रिक का बड़ा रिकार्ड दर्ज हो जाएगा। इससे पहले किसी कप्तान ने सीमित ओवरों की सीरीज में लगातार तीन बार क्लीन स्वीप नहीं किया।
बेंच स्ट्रेंथ को आजमाने का अच्छा मौका
यह मैच टीम इंडिया के लिए श्रीलंका के खिलाफ अगली घरेलू टी-20 सीरीज से पहले बेंच स्ट्रेंथ को फिर से आजमाने का अच्छा मौका भी है। चूंकि पूर्व कप्तान विराट कोहली व विकेटकीपर रिषभ पंत को बीसीसीआइ 10 दिनों का ब्रेक दे चुका है इसलिए वे दोनों तीसरे मैच का हिस्सा नहीं होंगे। ऐसे में श्रेयस अय्यर का खेलना तय माना जा रहा है। रितुराज गायकवाड़ भी अंतिम एकादश में जगह मिलने की उम्मीद कर रहे होंगे। कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा निश्चित रूप से आखिरी मैच में टीम संयोजन में बदलाव करना चाहेंगे लेकिन जीत की लय कायम रखनी भी जरूरी है क्योंकि उसके महज चार दिन बाद ही श्रीलंका के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की घरेलू सीरीज शुरू होने वाली है।
अन्य गेंदबाजों को मौका मिलना है जरूरी
दूसरे टी-20 मैच में भारत की गेंदबाजी को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि बेंच गरम कर रहे गेंदबाजों को मौका मिलना चाहिए। इतना बड़ा स्कोर खड़ा करने के बावजूद भारत को उसकी रक्षा करने में काफी मशक्कत करनी पड़ गई। तेज गेंदबाजी में बदलाव की गुंजाइश ज्यादा दिख रही है। आवेश खान पर्दापण की बाट जोह रहे हैं। मुहम्मद सिराज भी मौके की तलाश में हैं। कुलदीप यादव तो कब से उम्मीद लगाए बैठे हैं। दीपक हुड्डा भी मौका चाहते हैं।
दोबारा क्लीन स्वीप नहीं होना चाहेगी विंडीज
विंडीज टीम के लिए आखिरी मैच सम्मान रक्षा की लड़ाई है। कीरोन पोलार्ड अपनी कप्तानी में वनडे के बाद टी-20 में भी क्लीन स्वीप होना नहीं चाहते। पिछले मैच में हार के बावजूद विंडीज टीम ने इस दौरे में पहली बार भारत को कड़ी चुनौती दी। निकोलस पूरन व रोवमैन पावेल जिस अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को जीत के करीब ले गए थे, उससे विंडीज टीम को यह जरूर लगा है कि वह भारत को हरा सकती है इसलिए आखिरी मैच में टीम इंडिया को कड़ी टक्कर देना चाहेगी। सीरीज हारने के बावजूद वेस्टइंडीज के निकोलस पूरन प्लेयर आफ द सीरीज के प्रबल दावेदारों में से एक हैं। उन्होंने दोनों मैचों में शानदार अर्धशतकीय पारियां खेली हैं।
टीमें :
भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), इशान किशन, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, वेंकटेश अय्यर, दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, रवि बिश्नोई, युजवेंद्रा सिंह चहल, मुहम्मद सिराज, भुवनेश्वर कुमार, आवेश खान, हर्षल पटेल, रुतुराज गायकवाड़, दीपक हुड्डा, कुलदीप यादव और हरप्रीत बरार।
वेस्टइंडीज : कीरोन पोलार्ड (कप्तान), निकोलस पूरन, फैबियन एलेन, डेरेन ब्रावो, रोस्टन चेज, शेल्डन काटरेल, डोमिनिक ड्रेक्स, जेसन होल्डर, शाई होप, अकील हुसैन, ब्रेंडन किंग, रोवमैन पावेल, रोमारियो शेफर्ड, ओडियन स्मिथ, काइल मेयर्स, हेडन वाल्श जूनियर।