भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बेहद उत्साह के साथ मनाये जा रहे आज़ादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) समारोह के अंतर्गत आयकर विभाग उतर प्रदेश (पूर्व) द्वारा दिनांक 6 दिसम्बर को सुबह 08.30 बजे प्रत्यक्ष कर भवन,लखनऊ से 2035 किमी. लंबी साइक्लोथॉन को प्रधान आयकर आयुक्त यूपी ईस्ट आशीष वर्मा द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जायेगा.बाइसिकल मैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर श्री नीरज प्रजापति, आईआरएस श्री लियाकत अली और वाराणसी जनपद के साइकलिस्ट श्री उत्कर्ष वर्मा साइक्लोथॉन का नेतृत्व करेंगे।
साइक्लोथॉन 6 दिसंबर से 28 दिसंबर तक उतर प्रदेश के विभिन्न शहरो से होते हुये कुल 2500 किमी. का सफर तय होगा.आयकर विभाग की साइक्लोथॉन लखनऊ-सीतापुर-शाहजहांपुर-बरेली-मुरादाबाद-काशीपुर-हल्द्वानी-पीलीभीत-लखीमपुर-बहराइच-फैजाबाद-बस्ती-गोरखपुर-देवरिया-बलिया-गाजीपुर-वाराणसी-प्रयागराज-प्रतापगढ-रायबरेली-बाराबंकी होते हुये 28 दिसम्बर को लखनऊ में समाप्त होगी.बाइसिकल मैन ऑफ इंडिया श्री नीरज प्रजापति एक लाख ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह किमी साइकिल चलाकर कश्मीर से कन्या कुमारी तक के किसान लोगों को रसायनिक कीटनाशकों का उपयोग धीरे-धीरे बंद करके जैविक खेती को अपनाने की अपील कर चुके हैं,जो कि अपने आप में एक रिकार्ड है।
आईआरएस लियाकत अली साइक्लिंग की दुनिया के सुपर रेंडोन्योर हैं। उन्हें यह खिताब फ्रांस के ‘ऑडेक्स क्लब पर्शियन’ ने निर्धारित समय के भीतर 1500 किलोमीटर की साइकल दौड़ पूरी करने पर दिया गया था। लियाकत अली इस अवार्ड को पाने वाले भारतीय राजस्व सेवा के पहले हैं।अक्टूबर 2017 में नागपुर में तैनाती के दौरान उन्हें पीठ दर्द की शिकायत हुई थी। चिकित्सकों की सलाह पर उन्होंने घर पर स्थैटिक साइकल पर व्यायाम शुरू किया। हालांकि खेल-कूद में पहले से सक्रिय रहे लियाकत अली को यह रास नहीं आया और उन्होंने घर से बाहर निकलकर साइकल चलाना शुरू किया। 2017 में महाराष्ट्र सरकार की ओर से आयोजित 100 किलोमीटर साइकल दौड़ में भी भाग लिया। यहीं से वह पेशेवर साइक्लिस्ट की दौड़ में शामिल हो गए और सुपर रेंडोन्योर बनने का सफर भी तय कर डाला।
क्या है रैली का मकसद – रैली का मकसद है कि नागरिकों को टैक्स देने के फायदे बताये जायें साथ ही ईमानदारी से टैक्स भरने के लिये प्रेरित किया जाये.
एक दिन में करीब 111 किलोमीटर रास्ता तय करेंगे साइकलिस्ट श्री नीरज और आईआरएस लियाकत अली बताते हैं कि लगभग रोजाना 111 किमी से ज्यादा सफर करते हैं और रास्ते में मिलने वाले सभी नागरिको,बच्चो औऱ महिलाओं को टैक्स चुकाने के फायदे और राष्ट्र निर्माण में इसका महत्व समझाते हैं.
नीरज का यह भी कहना है कि आयकर चुकाने के मामले में नागरिकों को जो भी समस्याएं आती हैं उनकों अधिकारियों को अवगत कराते हैं और नागरिकों को नई तकनीक के नवाचार के बारे में भी बताते रहते हैं और नए तकनीक और प्रावधानों से अवगत कराते हैं.