इंडिया@75- सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) का मोटरसाइकिल अभियान, जिसे रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने दिनांक 14 अक्टूबर, 2021 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से झंडी दिखाकर रवाना किया गया; नौ दिनों से भी कम समय में 3,050 किलोमीटर की दूरी तय करके इस अभियान ने अपना पहला चरण पूरा किया। दिनांक 24 अक्टूबर 2021 को शुरू हुए दूसरे चरण में अभियान जम्मू पहुंच चुका है।
यह अभियान पहले चरण में पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों, दिल्ली और पंजाब के मैदानी इलाकों और हिमाचल, लद्दाख और जम्मू और कश्मीर के पहाड़ी और बर्फीले इलाकों को पार कर रहा है। इसने श्रीनगर रुकने से पहले चंडीगढ़, शिमला, अटल टनल, रोहतांग, हनले (14,000 फीट) उमलिंग ला, पांग, लेह (11,000 फीट), खारदुंग ला (17,400 फीट), नामिका ला (12,140 फीट), फोटू ला (13,478 फीट), कारगिल और जोजी ला (11,575 फीट) जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को छुआ। यह गौर करने वाली बात है कि बीआरओ ने हाल ही में उमलिंग ला (19, 300 फीट) में दुनिया की सबसे ऊंची वाहन चलाने योग्य सड़क का निर्माण किया था।
एक तरफ जहां साहसिक अभियान, इस अभियान के उद्देश्यों में से एक था, टीम राष्ट्रीय एकता, राष्ट्र निर्माण और सड़क सुरक्षा जागरूकता के संदेश को बढ़ावा देने के अन्य उद्देश्यों को भी प्राप्त कर पाई। हिमाचल में सुंदर नगर और मनाली, लद्दाख में न्योमा, पांग, हनले, लेह और कारगिल और फिर श्रीनगर में कई आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए गए। टीम ने स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों के साथ बातचीत की, मैत्री स्थापित की और सड़क सुरक्षा का संदेश फैलाया। उत्साही स्थानीय लोगों ने अभियान दल के साथ हाथ मिलाया और सामूहिक रूप से मनाली, लेह और कारगिल में ‘स्वच्छ भारत’ के संदेश को बढ़ावा देने वाला स्वच्छता अभियान चलाया। टीम को बीआरओ/भूतपूर्व सैनिकों और वीरता पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत करने का अवसर मिला।
टीम ने हिमाचल प्रदेश के सुंदर नगर और लद्दाख के लेह में युवाओं और युवा स्कूली बच्चों के साथ बातचीत की और उनके साथ विचारों और अनुभवों को साझा करते हुए स्कूल बैग और स्टेशनरी आइटम वितरित किए। टीम ने विश्व प्रसिद्ध कुल्लू दशहरा के उत्सव में कुल्लू जिले के स्थानीय लोगों के साथ जुड़कर और फिर भीमा काली मंदिर और थिकसे मठ का दौरा करके एक सांस्कृतिक जुड़ाव स्थापित किया। उन्होंने कारगिल युद्ध स्मारक पर हमारे शहीद वीरों को श्रद्धांजलि दी।
20,000 किमी लंबे अभियान का पहला चरण एक्शन से भरपूर था और निस्संदेह सबसे चुनौतीपूर्ण चरणों में से एक था। जैसे-जैसे अभियान ने गति पकड़ी और ऊंचाई पर पहुंचा, टीम के सभी सदस्यों का कड़ा इम्तिहान हुआ, टीम के सदस्यों ने सब ज़ीरो तापमान (-25 डिग्री सेल्सियस तक), भारी बर्फ़ीले तूफ़ान, फिसलन वाली सड़कों और अत्यंत ऊंचाई पर कम ऑक्सीजन के स्तर को सहन किया और टीम के प्रत्येक व्यक्ति ने अभियान के इन कठिन और चुनौतीपूर्ण चरणों से होते हुए अभियान को आगे बढ़ाने में अनुकरणीय दृढ़ता, साहस और इरादे का प्रदर्शन किया।
बीआरओ अभियान दल को अभियान के हर चरण में स्थानीय लोगों से भारी समर्थन, आतिथ्य, प्रोत्साहन, स्नेह और गर्मजोशी मिली, टीम के सदस्यों ने भी मिलनसार, पारस्परिक प्रेम दर्शाया और मार्ग में अच्छे दोस्त बनाए और अंत में श्रीनगर में बैटन को अगली टीम को सौंप दिया। दूसरा चरण आगे चंडीगढ़, ऋषिकेश, टनकपुर, प्रयागराज, वाराणसी, बोधगया, पटना, भागलपुर से होकर गुजरेगा और अंत में दिनांक 04 नवंबर, 2021 को ‘द गेटवे टू नॉर्थ ईस्ट’ सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल में समाप्त होगा।av