भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) ने कंटेनर वाहक जहाज एमवी एक्स-प्रेस पर्ल जिस पर 25 मई, 2021 को श्रीलंका के कोलंबो बंदरगाह से लगभग 9 समुद्री मील की दूरी पर आग लगी थी, को सहायता प्रदान करने के लिए अपने जहाजों ‘वैभव’ और ‘वज्र’ को तैनात किया है। हजीरा से कोलंबो जा रहा एमवी एक्स-प्रेस पर्ल ख़तरनाक नाइट्रिक एसिड एवं अन्य रसायनों के लगभग 25 टन वज़नी 1486 कंटेनरों से भरा हुआ है। इस पोत के टैंकों में करीब 325 मीट्रिक टन ईंधन है। पांच भारतीयों समेत चालक दल के सभी 25 सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। श्रीलंका के अधिकारियों द्वारा आईसीजी की सहायता मांगे जाने के बाद बाहरी फोम आग बुझाने और पॉल्यूशन रोकने की क्षमताओं वाले गश्ती जहाजों वैभव और वज्र को तैनात किया गया था।
इसके अलावा कोच्चि, चेन्नई और तूतीकोरिन में आईसीजी के फॉर्मेशन तत्काल सहायता के लिए तैयार हैं तैनात हैं। हवाई निगरानी और प्रदूषण प्रतिक्रिया के लिए आईसीजी के विमान चेन्नई और कोच्चि से तूतीकोरिन लाए जा रहे हैं। ऑपरेशन के लिए आईसीजी के अधिकारी लगातार श्रीलंकाई अधिकारियों के संपर्क में है।
20 मई 2021 को कोलंबो बंदरगाह के पास एमवी एक्स-प्रेस पर्ल में आग लग गई थी जिसेके बाद अगले दिन बंदरगाह अधिकारियों की मदद से इस पर नियंत्रण किये जाने की सूचना मिली थी। हालांकि 25 मई 2021 को ख़राब मौसम के कारण कुछ कंटेनरों के गिरने के कारण हुए विस्फोट के बाद आग दोबारा लग गई। विस्फोट और जहाज में आग लगने के बाद करीब 8-10 और कंटेनर समुद्र में गिर गए।
आईसीजी दक्षिण एशिया सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम (एसएसीईपी) का सक्रिय सदस्य होने के नाते इस क्षेत्र में महासागरीय पर्यावरण की सुरक्षा के अपने उत्तरदायित्वों के लिए प्रतिबद्ध है।