नई दिल्ली: भारतीय श्रम सम्मेलन का 46वां सत्र 20-21 जुलाई, 2015 को नई दिल्ली में होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सम्मलेन का उद्घाटन करेंगे और नेशनल कैरियर सर्विस पोर्टल राष्ट्र को समर्पित करने के साथ-साथ, कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की सुधार पहल ईएसआईसी 2.0 की शुरूआत करेंगे। केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली विशिष्ट अतिथि होंगे।
भारतीय श्रम सम्मेलन के प्रारंभ में श्रम की स्थाई समिति की बैठक हुई थी। जिसमें पूर्व में हुए श्रम सम्मेलन की कार्रवाई रिपोर्ट की समीक्षा की गई और आगामी भारतीय श्रम सम्मेलन की कार्य सूची तय की गई। स्थाई श्रम समिति का 46वां सत्र जनवरी, 2014 में हुआ। जिसमें तय कार्यसूची को समिति के 47वें सत्र में दुरूस्त किया गया। 47वें सत्र की अध्यक्षता श्रम और रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने की। जिसे 10 जुलाई, 2015 को आयोजित किया गया। इस सत्र के लिए तय की गई कार्यसूची इस प्रकार हैः-
– 43वें, 44वें और 45वें भारतीय श्रम सम्मेलन, विशेषकर अनुबंध श्रमिक, न्यूनतम मजदूरी और कामगार योजना तथा त्रिपक्षीय प्रणाली पर आधारित निष्कर्षों/सुझावों का कार्यान्वयन करना,
– संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के कामगारों के लिए सामाजिक सुरक्षा,
– लाभांश अधिनियम में संशोधन- अधिकतम भुगतान पर आधारित शर्तें हटाना, पात्रता सीमायें, निष्पादन संकेतक द्वारा बोनस भुगतान संतोषजनक होने पर उसे नुकसान के साथ जोड़े बिना न्यूनतम लाभांश के भुगतान का निर्णय,
– केन्द्र अथवा राज्य सरकारों द्वारा श्रम कानूनों में प्रस्तावित/किये गये संशोधन, और
– रोजगार और रोजगार सृजन
ईएसआईसी 2.0 : ईएसआईसी के सुधार संबंधी पहल भी की जाएंगी, स्वास्थ्य में सुधार संबंधी पहल एक व्यापक पैकेज है, जिसका उद्देश्य सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के प्रभावकारी इस्तेमाल के जरिये ईएसआईसी में सार्वजनिक सेवा वितरण प्रणाली में सुधार लाना है।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय रोजगार कार्यालय प्रक्रियाओं को करियर केंद्रों में बदलने के लिए नेशनल करियर सर्विस प्रोजेक्ट को क्रियान्वित कर रहा है। इसके साथ ही एक पोर्टल भी विकसित किया गया है जिसमें ऑनलाइन पंजीकरण, करियर काउंसलिंग, रोजगार समायोजन इत्यादि सहित रोजगार संबंधी समस्त प्रक्रियाएं शामिल हैं। इस पोर्टल को भी जारी किया जाएगा।
सम्मेलन में राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रशासनों, कई केन्द्रीय मंत्रालयों, विभागों के श्रम मंत्री, श्रम सचिव और श्रम आयुक्तों सहित कर्मचारियों एवं कामगारों के केन्द्रीय संगठनों के वरिष्ठ नेता भी शिरकत करेंगे।
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