नई दिल्ली: दक्षिण चीन सागर और प्रशांत महासागर में चार महीने की तैनाती के बाद भारतीय नौ सेना की जहाज सह्याद्री ककाडू 2018 में शामिल होने के लिए 29 अगस्त, 2018 को ऑस्ट्रेलिया में डार्विन बंदरगाह पर पहुंची। दक्षिण चीन सागर और प्रशांत महासागर में तैनाती के दौरान सह्याद्री ने गुआम में मालाबार 18 और हवाई में रिमपैक 18 बहुराष्ट्रीय अभ्यास में भारतीय नौ सेना का प्रतिनिधित्व किया था।
1993 से शुरू ककाडू अभ्यास रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौ सेना (आरएएन) द्वारा आयोजित और रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना (आरएएएफ) द्वारा समर्थित एक महत्वपूर्ण बहुपक्षीय क्षेत्रीय समुद्री अभ्यास है। यह अभ्यास हर दो साल पर डार्विन और उत्तरी ऑस्ट्रेलियाई अभ्यास क्षेत्रों (एनएएक्सए) में आयोजित होता है। समुद्री अभ्यास का चौदहवां संस्करण ककाडू-2018 29 अगस्त से 15 सितम्बर तक चलेगा जिसमें 23 युद्धपोत, एक पनडुब्बी, 45 हवाई जहाज, 250 नौ सैनिक और लगभग 52 विदेशी कर्मचारी शामिल होंगे। ककाडू अभ्यास का नाम डार्विन से दक्षिण पूर्व 171 किलोमीटर दूर ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र में स्थित ककाडू राष्ट्रीय पार्क से लिया गया है।
ककाडू 2018 में भारतीय नौ सेना की भागीदारी से इसे क्षेत्रीय साझेदारों के साथ काम करने का बेहतर मौका मिलेगा। अभ्यास के दौरान बंदरगाहों पर पेशेवराना आदान-प्रदान और समुद्र में विविध गतिविधियों से रूबारू होने का मौका मिलेगा जिससे भारतीय नौ सेना को अपनी संचालन क्षमता विकसित करने में मदद मिलेगी।
भारतीय नौ सेना की सह्याद्री जहाज के कप्तान शांतनु झा हैं जिनके सहयोग के लिए भारतीय नौ सेना के पेशेवर और उच्च प्रेरित लोगों की एक टीम मौजूद है। ककाडू 2018 में भारतीय नौ सेना की भागीदारी क्षेत्रीय नौ सेनाओं के बीच पारस्परिक आत्मविश्वास को मजबूत करने की दिशा में एक अहम पड़ाव है और इससे उम्मीद की जाती है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने में भारत का योगदान बढ़ेगा।