नई दिल्ली: भारतीय नौसेना की ताकत इसके उच्च प्रेरित, अनुशासित और अच्छी तरह प्रशिक्षित कर्मचारी हैं, जो किसी भी हालात में राष्ट्र की सेवा करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। नौसेना के कर्मचारी समुद्र में कठिन परिस्थितियों में जहाजों और पनडुब्बियों में लंबी अवधि तक काम करते हैं। इससे उन पर शारीरिक और मानसिक दबाव बन जाता है, जो संचालनगत नियुक्तियों के दौरान अपने परिवारों से काफी समय तक दूर रहने के कारण और बढ़ जाता है।यह चुनौती इस वजह से भी अधिक बढ़ जाती है, क्योंकि जहाजों और पनडुब्बियों पर सवार नौसेना कर्मचारियों के पास खुली जगह तथा उपकरणों की सुविधा नहीं होती, जिससे वे नियमित रूप से शरीर को स्वस्थ रखने वाली शारीरिक व मानसिक क्रियाएं कर सकें। इसलिए भारतीय नौसेना अपने कर्मचारियों की शारीरिक और मानसिक मुस्तैदी पर विशेष जोर देती है।
योग के लाभों को महसूस करते हुए भारतीय नौसेना ने पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए ‘समुद्रों में योग’ को अपनी विषय वस्तु घोषित की है। आज सुबह पूर्व में दक्षिणी चीनी समुद्र से लेकर भूमध्यसागर तक तैनात भारतीय नौसेना के सभी जहाजों पर योग के विभिन्न लाभों को उचित ढंग से प्रदर्शित किया गया। भारतीय नौसेना ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह की सफलता और अपने कर्मचारियों के बीच योग संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बेहद सक्रिय तरीके से काम किया है। जहाजों तथा पनडुब्बियों समेत सभी नौसेना स्टेशनों और इकाईयों पर सभी कर्मचारियों एवं उनके परिवारों के लिए बहु-केन्द्रीय गतिविधियां आयोजित की गईं। नई दिल्ली में 14-21 जून तक आईएनएस इंडिया एवं नौसेना परिवारों के आवासीय क्षेत्र में सप्ताहभर का योग शिविर आयोजित भी किया गया।