भारतीय नौसेना (आईएन) और श्रीलंका की नौसेना (एसएलएन) का संयुक्त वार्षिक द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास ‘स्लीनेक्स-20’ का आठवां संस्करण 19 से 21 अक्टूबर 2020 तक त्रिंकोमाली श्रीलंका के तट पर आयोजित किया गया है। श्रीलंका की नौसेना का प्रतिनिधित्व वहां के नौसैनिक जहाज़ सायुरा (समुद्री गश्ती पोत) और गजाबहू (प्रशिक्षण जहाज़) द्वारा किया जाएगा, जिसका नेतृत्व श्रीलंकाई नौसेना के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग नेवल फ्लीट रियर एडमिरल बंडारा जयतिलका करेंगे। वहीं भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व स्वदेश में निर्मित पनडुब्बी रोधी युद्धपोत कमोर्टा और किल्टन करेंगे, जो कि फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग ईस्टर्न फ्लीट रियर एडमिरल संजय वात्स्यायन के नेतृत्व में अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा भारतीय नौसेना के एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) और चेतक हेलीकॉप्टर भी इस युद्धपोत पर तैनात हैं, साथ ही समुद्र टोही गश्त विमान डार्नियर को भी इस अभ्यास में शामिल किया गया है। स्लीनेक्स का पिछला संस्करण सितंबर 2019 में विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया था।
‘स्लीनेक्स-20’ का उद्देश्य परस्पर अंतर-संचालनशीलता को बढ़ाना, आपसी समझ को ज़्यादा परिपक्व करना और दोनों नौसेनाओं के बीच बहुआयामी समुद्री संचालन के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं तथा प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान करना है। इसके अलावा यह साझा नौसैनिक अभ्यास भारत में स्वदेशी रूप से निर्मित नौसैनिक जहाजों और विमानों की क्षमताओं को भी प्रदर्शित करेगा। स्लीनेक्स-20 के दौरान सतह से और हवाई हमले का अभ्यास, हथियारों से फायरिंग, नाविक कला और जहाज़रानी का विकास और युद्धाभ्यास तथा क्रॉस डेक उड़ान संचालन एक्सरसाइज की योजना बनाई गई है, जो आगे चलकर दो मैत्रीपूर्ण नौसेनाओं के बीच पहले से स्थापित अंतर-संचालन की प्रक्रिया और अधिक ऊंचाई तक ले जायेगा।
‘स्लीनेक्स’ अभ्यास की यह श्रृंखला भारत और श्रीलंका के बीच गहरे जुड़ाव को व्यक्त करती है जिसने समुद्री क्षेत्र में आपसी सहयोग को मजबूत किया है। भारत और श्रीलंका की नौसेना के बीच बातचीत भी हाल के वर्षों में काफी बढ़ी है। यह भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ की नीति और दोनों देशों के बीच तालमेल को दर्शाता है, साथ ही यह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास की कल्पना- सागर के बारे में विचार व्यक्त करता है।
भारत और श्रीलंका की नौसेना के बीच सहक्रियता तब और विकसित हुई जब सितम्बर 2020 में एक बहुत बड़े क्रूड कैरियर (वीएलसीसी) एमटी न्यू डायमंड को भारतीय नौसेना ने सहायता प्रदान की थी, इस मालवाहक पोत में श्रीलंका के पूर्वी तट पर आग लग गई थी। ‘स्लीनेक्स’ अभ्यास को इससे और अधिक महत्त्व मिला है।
कोविड-19 महामारी की वजह से यह अभ्यास गैर-संपर्क ‘एट-सी-ऑनली’ प्रारूप में किया जा रहा है।