आईएनएस नेताजी सुभाष में राहत नियंत्रण केंद्र ने पश्चिम बंगाल राज्य आपातकालीन कार्यवाही केंद्र (एसईओसी) समेत स्थानीय प्रशासन के समन्वय से अपने राहत और बचाव कार्यों को दिनांक 26 मई 2021 को यास चक्रवात के तट से टकराने के बाद जलभराव का सामना कर रहे निचले तटीय क्षेत्रों दीघा और फ्रेजरगंज में केंद्रित कर दिया है। भारतीय नौसेना की सात टीमें जिनमें दो गोताखोरी और पांच बाढ़ राहत दल (एफआरटी) शामिल हैं, राहत कार्यों में सबसे आगे रहे हैं। फ्रेज़ रगंज की टीम को भारी बारिश और ख़राब मौसम के बावजूद राहत एवं बचाव कार्य के लिए करीब 30 किमी दूर नारायणपुर गांव में दिनांक 27 मई को तैनात किया गया था। इस दल को डूबने वाली नाव की सूचना मिलने पर बचे हुए लोगों की तलाश के लिए भी काम पर लगाया गया था, जिन्हें बाद में तीन विस्थापित नौवहन प्लवसंकेतक पाया गया। दीघा में तैनात टीम ने दीघा के आसपास के गांवों जैसे खडालगोबरा, अलंकरपुर इत्यादि गांवों में कार्य किया और सड़क को साफ करने का अभियान चलाया तथा कुछ ज़रूरतमंद लोगों को सहायता का वितरण किया।