नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने देशभर में “रेलयात्री/ उपभोक्ता पखवाड़ा” ( यात्री एवं ग्राहक सुविधा पखवाड़ा) सफलतापूर्वक संपन्न किया। 7 करोड़ से अधिक यात्रियों एवं जनता तक पहुंचकर उन्हें इस अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक जन-अभियान से जोड़ा गया. इस महा-अभियान के दौरान 40000 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाएं आरम्भ की गयीं, 550 करोड़ रूपये लागत की 73 परियोजनाओं पर कार्य आरम्भ हुआ, 27,700 प्रचार-अभियान/निरीक्षण/परीक्षण आयोजित किये गये, विभिन्न सुरक्षा अभियानों के दौरान 19286 व्यक्तियों को पकड़ा गया तथा पूछताछ की गयी, इस महाअभियान के अंतर्गत 4000 रोड-शो आयोजित किये गये.
भारतीय रेलवे के इस महा-अभियान को सोशल मीडिया पर भी व्यापक पैमाने पर सराहा गया.
भारतीय रेलवे द्वारा 26.05.2015 से 09.06.2015 के दौरान देश भर में ” रेलयात्री/उपभोक्ता पखवाड़ा” ( यात्री एवं ग्राहक सुविधा पखवाड़ा) नाम से ऐतिहासिक महा-अभियान सफलतापूर्वक मनाया गया. पखवाड़े भर चले इस कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्य रूप से यात्री सुविधाओं तथा सेवाओं, ग्राहक- अवधान, यात्रियों तथा रेल-कर्मचारियों को विभिन्न गतिविधियों में सहभागिता द्वारा जन-सामान्य को रेलवे की विभिन्न उपलब्धियों तथा अभिक्रमों के बारे में जागरूक बनाना था.
पखवाड़े के बारे भारतीय रेलवे के क्षेत्रीय- अधिकारियों से आकड़ों को एकत्रित एवं संकलित किया गया. यात्रियों तक पहुँचने के भारतीय रेलवे की इस ऐतिहासिक प्रयास के बहुत ठोस नतीजे सामने आये. इस महा जन-अभियान की प्रमुख उपलब्धियों में लगभग 4000 करोड़ रूपये लागत की 233 परियोजनाओं / कार्यों का आरंभ/ चालू किया जाना, लगभग 550 करोड़ रुपये लागत की 73 परियोजनाओं पर कार्य आरम्भ होना, 7000 से अधिक रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण किया जाना, 7 करोड़ से अधिक यात्रियों एवं जन-सामान्य तक पहुँचकर संपर्क बनाना, 27,700 प्रचार अभियानों/ निरीक्षण/ परीक्षण द्वारा विभिन्न सुरक्षा-अभियानों के तहत 19286 व्यक्तियों को पकड़कर उनसे पूछताछ करना, 1300 स्वास्थ्य-शिविर, 176 मीडिया संपर्कों इत्यादि रहीं.
भारतीय रेलवे द्वारा इस ” पखवाड़े” का आयोजन केंद्रीय रेल-मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु तथा राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा के मार्ग – निर्देशन में किया गया.
देश भर में आयोजित कार्यक्रमों में रेलवे के अन्य अधिकारीयों से साथ श्री ऐ. के. मित्तल, अध्यक्ष रेलवे बोर्ड तथा अन्य बोर्ड सदस्यों ने भी भाग लिया. ‘पखवाड़े’ के दौरान आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का संयोजन बतौर कार्यक्रम के संचालक श्री मोहम्मद जमशेद, अतिरिक्त सदस्य (सी&आईएस), रेलवे बोर्ड द्वारा किया गया.
पखवाड़े भर चले “रेलयात्री उपभोक्ता पखवाड़ा” की मुख्य विषय- वस्तु ‘सेवा’, ‘समर्पण’, ‘सहयोग’, ‘संकल्प’ तथा’ संपर्क’ थी.
इस पखवाड़े के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में समाप्त हो चुकीं परियोजनाओं का उद्घाटन/शुभारम्भ कतिपय चिन्हित स्टेशनों में यात्री सुविधाओं में सुधार हेतु रेलवे पीएसयू के साथ समझौता-पत्र पर हस्ताक्षर करना, मूल भूत सुविधाओं के सम्मलित विकास हेतु राज्य सरकारों के साथ विशेष उद्देश्य वाहन (एसपीवी) का गठन, विभिन्न स्टेशनों तथा लोकल और पैसेंजर ट्रेनों में यात्रा के दौरान यात्रियों तथा अन्य उपभोक्ताओं के साथ जीएम तथा डीआरएम का वार्तालाप तथा रोड शो का आयोजन, राज्य सरकारों के प्राधिकरणों से पास्परिक संपर्क, कर्मचारी-विहीन रेलवे क्रासिंग पर रेलवे के स्वछता अभियान तथा सुरक्षा जागरूकता अभियान हेतु जन-सामान्य से सहायता हेतु संपर्क करना, रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण करना, अग्र पंक्ति कर्मचारियों हेतु शिष्टाचार कार्यक्रम अभियान की शुरुआत करना, स्वास्थ्य निरीक्षण शिविरों को आयोजित करना, केटरिंग सेवाओं के परीक्षण हेतु गहन अभियान की शुरुआत करना, सुरक्षा निरीक्षण अभियान गहन टिकट अभियान, दलालों के विरुद्ध अभियान की शुरुआत करना इत्यादि रहे.
पखवाडे भर चले इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से विभिन्न परियोजनाओं को आरम्भ करके, रेलवे स्टेशनों के विकास हेतु पीएसयू के साथ समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर करके, स्वछता, सुरक्षा, समय निष्ठता तथा तत्परता हेतु विभिन्न अभियानों की शुरुआत कर के बेहतर यात्री सेवाओं तथा सुविधाओं को प्रदान करना था. इस दौरान रेलवे अधिकारियों तथा कर्मचारी संगठनों, एनजीओ तथा अन्य संस्थाओं द्वारा देश भर के यात्रियों से संपर्क-अभियान की शुरुआत भी की गयी. इस दौरान यात्रियों की सहभागिता से कई अन्य कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया.
“रेलयात्री/उपभोक्ता पखवाड़ा” भारतीय रेलवे का अपने ग्राहकों से संपर्क करने तथा उनके साथ विशिष्ट क्षेत्रों में सम्बन्ध सुढृढ करने के देशव्यापी अभियान के रूप में मनाया गया. इस पखवाड़े के दौरान आयोजित कार्यक्रमों के सन्दर्भ में रेलवे कर्मचारियों सहित सभी अंशधारकों का उत्साह तथा जोश उत्साहवर्धक रहा. फेसबुक तथा ट्विटर पर मिली प्रतिक्रियाएं तथा मीडिया कवरेज ने लगभग सभी क्षेत्रों में यात्रियों/ग्राहकों के अनुभवों को व्यापक स्तर पर आयोजित गतिविधियों के माध्यम से अभिव्यक्त किया । इस कार्यक्रम को देशभर के रेलवे कर्मचारियों, संगठनों, शीर्ष अधिकारियों, रेलवे पीएसयू, एनजीओ, यात्री संगठनों, प्रेस तथा मीडिया द्वारा व्यापक पैमाने पर सराहा गया. सही अर्थों में इसे एक ऐतिहासिक अभियान कहा जा सकता है. जन सामान्य ने इस महा-अभियान के द्वारा सोशल मीडिया पर अपनी प्रोत्साहन, सुझाव, जानकारियां तथा अपेक्षाओं को साझा किया.