नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने 28 अक्टूबर, 2019 से 02 नवंबर, 2019 तक सभी स्तरों पर सामूहिक भागीदारी के साथ “ईमानदारी एक जीवनशैली” थीम के साथ सतर्कता जागरूकता सप्ताह- 2019 मनाया। सतर्कता जागरूकता सप्ताह की शुरूआत के मौके पर 28 अक्टूबर, 2019 को रेलवे मंत्रालय, जोनल रेलवे, रेल डिवीजनों, रेलवे के सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों द्वारा ईमानदारी की शपथ ली गई।
इस अवसर पर एक संदेश में, रेल तथा वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने इस आयोजन के बारे में अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा :
“माननीय प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पारदर्शिता और जवाबदेही सरकार की पहचान है । एक राष्ट्रीय नीति के हिस्से के रूप में रेलवे प्रशासन भ्रष्टाचार को दूर करने की प्रतिबद्धता दोहराता है। “
रेलवे राज्य मंत्री श्री सुरेश सी. अंगादी ने अपने संदेश में कहा :
“भ्रष्टाचार को रेलवे कर्मचारियों, हितधारकों और देश के नागरिकों के सक्रिय और समर्पित सहयोग से जड़ से मिटाया जा सकता है। इसके लिए लोगों को व्यवस्था तंत्र में भ्रष्टाचार के दीर्घकालीन दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक बनाना होगा।”
केंद्रीय सतर्कता आयोग श्री शरद कुमार ने 30 अक्तूबर, 2019 को रेलवे मुख्यालय में रेलवे के अधिकारियों को ईमानदारी की शपथ दिलाई और चेतना आह्वान के नाम से एक पत्रिका का विमोचन भी किया। इसी तरह की कुछ और पुस्तिकाएं भी भारतीय रेलवे की अन्य इकाईयों द्वारा जारी की गईं। श्री शरद कुमार और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार यादव ने रेलवे कर्मचारियों में ईमानदारी और पारदर्शिता की भावना पैदा करने के लिए अग्नि शिखा के नाम से एक मशाल रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया।
रेल कर्मचारियों, यात्रियों और अन्य हितधारकों के बीच लिखित संदेश और रेलवे पोर्टल के माध्यम से ईमानदारी का संदेश प्रसारित करने का अनूठा तरीका अपनाया गया। करीब पांच लाख रेलवे कर्मियों और तीन लाख से अधिक यात्रियों ने ईमानदारी की शपथ ली, जबकि लगभग 2.64 करोड़ उपयोगकर्ताओं ने रेलवे ऐप के माध्यम से ईमानदारी की शपथ से जुड़े संदेश प्राप्त किए।
भ्रष्टाचार के उन्मूलन और उसकी रोकथाम पर केंद्रित गतिविधियों का व्यापक प्रचार कर्मचारियों और उपयोगकर्ताओं को संवेदनशील बनाने और उनकी संपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर किया गया।
इस दौरान कई स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं को जागरूक बनाने के लिए विशेष प्रयास के तहत कई गतिविधियां आयोजित की गईं। ईमानदारी एक जीवनशैली के विषय पर पैम्फलेट, समाचार पत्र और पत्रिकाएँ वितरित करने के अलावा, कई सेमिनार / कार्यशालाएँ/नुक्कड़ नाटक, कर्मचारियों और उनके परिवार वालों के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता प्रश्नोत्तरी आदि का आयोजन किया गया तथा मानव श्रृंखला बनाई गई। कई शिकायत निवारण शिविर भी आयोजित किए गए। कई शैक्षणिक संस्थानों (स्कूलों और कॉलेजों) में वाद-विवाद / निबंध प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन किया गया।