नई दिल्लीः ऐसी स्थिति में जब पूरा देश कोरोना वायरस की महामारी के कारण पूरी तरह से लॉकडाउन है, भारतीय रेलवे देशवासियों की भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और अपनी निर्बाध माल ढुलाई सेवाओं के जरिए आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। पिछले 4 दिनों में लगभग 1.6 लाख वैगनों ने आपूर्ति श्रृंखलाओं (सप्लाई चेन) को निरंतर चालू रखने के लिए आपूर्ति की। इनमें से 1 लाख से भी अधिक वैगनों के जरिए आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई भारतीय रेलवे द्वारा सुनिश्चित की गई, ताकि पूरे देश में कामकाज सही ढंग से जारी रहे और सप्लाई चेन भी लगातार चालू रहे।
अनेक राज्यों में लॉकडाउन के दौरान विभिन्न गुड्स-शेडों, स्टेशनों और नियंत्रण कार्यालयों में तैनात भारतीय रेलवे के कर्मचारी यह सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं कि देश भर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कतई प्रभावित न हो।
23 मार्च 2020 को कुल मिलाकर 26,577 वैगन खाद्यान्न, नमक, खाद्य तेल, चीनी, दूध, फल एवं सब्जियों, प्याज, कोयला और पेट्रोलियम उत्पादों जैसी आवश्यक वस्तुओं के लिए लोड किए गए थे। इनमें खाद्यान्न के 1168 वैगन, फलों एवं सब्जियों के 42 वैगन, प्याज के 42 वैगन, चीनी के 42 वैगन, नमक के 168 वैगन, दूध के 20 वैगन, कोयले के 22473 वैगन, और पेट्रोलियम उत्पादों के 2322 वैगन शामिल हैं।
24 मार्च 2020 को आवश्यक वस्तुओं के लिए कुल मिलाकर 27,742 वैगन लोड किए गए थे। इनमें खाद्यान्न के 1444 वैगन, फलों एवं सब्जियों के 84 वैगन, नमक के 168 वैगन, दूध के 15 वैगन, खाद्य तेल के 50 टैंक, कोयले के 24207 वैगन, और पेट्रोलियम उत्पादों के 1774 वैगन शामिल हैं।
25 मार्च 2020 को आवश्यक वस्तुओं के लिए कुल मिलाकर 23,097 वैगन लोड किए गए थे। इनमें खाद्यान्न के 876 वैगन, चीनी के 42 वैगन, नमक के 42 वैगन, दूध के 15 वैगन, कोयले के 20418 वैगन, और पेट्रोलियम उत्पादों के 1704 वैगन शामिल हैं।
इसी तरह 26 मार्च 2020 को आवश्यक वस्तुओं के लिए कुल मिलाकर 24,009 वैगन लोड किए गए थे। इनमें खाद्यान्न के 1417 वैगन, चीनी के 42 वैगन, नमक के 42 वैगन, कोयले के 20784 वैगन, और पेट्रोलियम उत्पादों के 1724 वैगन शामिल हैं।
राज्य सरकारों के साथ प्रभावकारी तालमेल बनाए रखा जा रहा है, ताकि कोविड-19 के मद्देनजर लगाई गई विभिन्न पाबंदियों के बीच आवश्यक वस्तुओं की रेकों का परिचालन बिना किसी देरी के सुचारू रूप से हो सके।
भारतीय रेलवे प्रणाली पर आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आवाजाही की निगरानी के लिए रेल मंत्रालय में एक आपातकालीन माल नियंत्रण प्रकोष्ठ काम कर रहा है। अत्यंत वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों द्वारा माल ढुलाई पर पैनी नजर रखी जा रही है।
भारतीय रेलवे संकट की इस घड़ी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को अच्छी तरह से समझती है और सभी हितधारकों से अनुरोध करती है कि वे आवश्यक आपूर्ति की तेजी से लोडिंग और अनलोडिंग (माल लादना एवं उतारना) सुनिश्चित करने में पूर्ण सहयोग करें।