नई दिल्लीः रेल मंत्रालय ने रेलवे का सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करने के लिए अपनी मशीनरी को पूरी तरह तैयार कर दिया है। रेलवे बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय रेलों को पहले ही अनुदेश भेज दिए है कि मानसून मौसम के दौरान सुरक्षित रेलवे परिचालन करने के लिए आवश्यक तैयारियां और उचित सावधानियां बरती जाएं। क्षेत्रीय रेलों ने अपने स्तर पर बारिश के मौसम के दौरान संबंधित रेलवे कर्मचारियों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश के संबंध में पुस्तिकाएं तैयार की हैं। सुरक्षित रेलवे परिचालन के लिए उठाए गए कुछ कदम इस प्रकार हैं-
नहर, तालाब, जलाशयों आदि द्वारा प्रभावित होने वाले रेलवे के कार्यों के लिए राज्यों की सरकारी अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण और राज्य सरकारों का खामियों की ओर ध्यान आकर्षित करना। अतीत के इतिहास और पूर्व मानसून के निरीक्षण के आधार पर कमजोर स्थानों की पहचान करना और ऐसे स्थानों पर पेट्रोलमैन तैनात करना। इस बारे में क्षेत्रीय रेलों को व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए गए है। दिन या रात में असामान्य बारिश या तूफान के मामले में पूरे प्रभावित क्षेत्र में रेलवे अधिकारी पेट्रोलिंग करेंगे।
भारी वर्षा, तेज गति की हवाओं या चक्रवात आदि के बारे में संबंधित मौसम विज्ञान केन्द्रों के साथ चेतावानियां आदि प्राप्त करने के लिए संपर्क स्थापित किया गया है। जलाशयों, बांधों से अधिक मात्रा में पानी जारी होने के बारे में निगरानी करने के लिए स्थानीयों अधिकारियों के साथ संपर्क साधा गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में, जहां पत्थर गिरने की घटना होती है, वहां ढीले पत्थरों का पता लगाने के लिए सर्वेक्षण किया जाएगा। रेलवे अधिकारी विशेष रूप से भारी बारिश/मौसम के पूर्वानुमान की अवधि के दौरान फुटप्लेट/मोटर ट्राली द्वारा प्रभावित खंडों का निरीक्षण करेंगे।