नई दिल्ली: रेल मंत्रालय के रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) ने अधिकारी पदों पर खिलाड़ियों और कोचों की पदोन्नति के लिए एक उदार नीति बनाई है। इस नीति के तहत उन खिलाड़ियों और कोचों को बारी से पहले तरक्की दी जाती है, जिन्होंने खेलों में शानदार उपलब्धियां हासिल की हों। जिन खिलाड़ियों ने कम से कम दो बार ओलंपिक में देश का नेतृत्व किया हो और राष्ट्रमंडल खेलों/ एशियाई खेलों में कम से कम एक पदक जीता हो या जिन्हें अर्जुन/राजीव गांधी खेल रत्न प्राप्त हुआ हो, उन खिलाड़ियों को बारी से पहले तरक्की देने का प्रावधान किया गया है।
इस नीति का पहला लाभ भारतीय महिला कुश्ती टीम के मुख्य कोच श्री कुलदीप सिंह को प्राप्त हुआ है। उन्हें तरक्की देकर उत्तर रेलवे ने सहायक वाणिज्यिक प्रबंधक बनाया गया है। यह राजपत्रित पद है। रियो ओलंपिक्स की कांस्य पदक विजेता सुश्री साक्षी मलिक और राष्ट्रमंडल खेल 2018 तथा एशियाई खेल 2018 की स्वर्ण पदक विजेता सुश्री विनेश फोगाट, दोनों रेलवे में काम करती हैं और श्री कुलदीप सिंह की शागिर्द हैं।
इस नई नीति के तहत भारतीय रेल की डबल ओलंपियन एथलीट सुश्री सुधा सिंह को तरक्की देकर भारतीय रेल में अफसर बनाया गया है।
रेल मंत्रालय के इस कदम से खिलाड़ियों और कोचों को बेहतर प्रदर्शन करने का प्रोत्साहन मिलेगा और भारतीय खेलों को नई ऊंचाईयां मिलेंगी।