नई दिल्ली: चीन के वाणिज्य मंत्रालय के निमंत्रण पर भारत ने प्रथम चीन इंटरनेशनल इम्पोर्ट एक्सपो (सीआईआईई) में एक मंडप या कंट्री पवेलियन की स्थापना की है। इसका उद्घाटन आज चीन के शंघाई स्थित राष्ट्रीय प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केन्द्र में किया गया। मार्च, 2018 में दिल्ली में आयोजित संयुक्त आर्थिक समूह की बैठक के दौरान चीन के वाणिज्य मंत्री श्री झोंग शैन ने इस आयोजन में भागीदारी के लिए आमंत्रण दिया था।
वाणिज्य मंत्रालय ने बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास के परामर्श से उन क्षेत्रों को दर्शाने का निर्णय लिया था, जिनमें भारत ने अपनी महत्वपूर्ण वैश्विक मौजूदगी के साथ अपनी ताकत दर्शाई है। यही नहीं, चीन में बाजार पहुंच और ज्यादा बढ़ाने की व्यापक संभावनाएं हैं। इस पृष्ठभूमि में भारतीय मंडप ने विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे कि खाद्य एवं कृषि उत्पादों, फार्मास्यूटिकल्स, आईटी एवं संबद्ध सेवाओं (आईटीईएस), पर्यटन और सेवा सेक्टर पर फोकस किया है। ये चार क्षेत्र भारत की ताकत एवं समग्र वैश्विक मौजूदगी के विपरीत चीन में भारत की अत्यंत मामूली मौजूदगी का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन विविध क्षेत्रों में भारत की ताकत को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से भारतीय निर्यात संगठनों का महासंघ (फियो) शंघाई स्थित सीआईआईई में भारत के कंट्री पवेलियन के लिए अन्य हितधारकों जैसे कि पर्यटन मंत्रालय, एपीडा, नैफेड, एमपीईडीए, फार्मेक्सिल और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सॉफ्टवेयर निर्यात संवर्धन परिषद के साथ-साथ प्रमुख एजेंसी है। शंघाई स्थित भारत के महावाणिज्य दूत ने स्थानीय स्तर पर समस्त सहयोग प्रदान किया है।
चीन भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है। निकट भविष्य में भारत-चीन के बीच कुल व्यापार बढकर 100 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच जाने की संभावना है। चीन के साथ व्यापार में कायम व्यापक असंतुलन पर भारत द्वारा जताई गई चिंता दूर करने का संकल्प दोनों ही देशों ने व्यक्त किया है।
भारत सरकार चीन को अपना निर्यात बढ़ाने के लिए निरंतर अथक प्रयास कर रही है। सरकारी स्तर पर विभिन्न द्विपक्षीय बैठकों और चीन के साथ भारत के कारोबारियों की निरंतर सहभागिता से ही यह संभव हो पाया है। हाल ही में बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास और शंघाई एवं ग्वांगझोऊ स्थित वाणिज्य दूतावासों ने अनेक व्यवसाय संवर्धन एवं क्रेता-विक्रेता बैठकें आयोजित की थीं। इस दौरान विभिन्न उत्पादों जैसे कि चीनी, चाय, चावल, खली और फार्मास्यूटिकल्स को कवर किया गया। इन बैठकों में चीन के आयातकों की भागीदारी अत्यंत उत्साहवर्धक रही।
वाणिज्य सचिव डॉ. अनूप वधावन ने आज भारतीय मंडप का उद्घाटन किया। वह 6 नवम्बर को चीन के वाणिज्य उप-मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। डॉ. वधावन चीनी के प्रमुख आयातकों के साथ भी बैठकें करेंगे।