स्वदेश में विकसित अगली पीढ़ी के बख्तरबंद इंजीनियर टोही वाहन के पहले सेट को सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे की उपस्थिति में पुणे में आयोजित एक औपचारिक समारोह में आज भारतीय सेना की इंजीनियर्स कोर में शामिल किया गया।
इस प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा डिजाइन किया गया है और आयुध निर्माणी मेडक तथा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, पुणे द्वारा निर्मित किया गया है। पिछले एक साल से कोविड महामारी की वजह से लगे विभिन्न प्रतिबंधों के बावजूद भारतीय सेना को इस वाहन की आपूर्ति समय पर हो रही है। यह वाहन पानी की बाधाओं और दलदली स्थानों की टोह लेने में सक्षम है ताकि टोह लेने की क्षमता के साथ इंजीनियरिंग संबंधी कार्यों को अंजाम दिया जा सके और कमांडरों को वास्तविक समय पर अपडेट प्रदान किए जा सकें। यह प्रणाली भारतीय सेना की मौजूदा इंजीनियर टोही क्षमताओं को बढ़ाएगी और भविष्य के संघर्षों में मेकेनाइज्ड ऑपेरशन के लिहाज से एक प्रमुख गेम चेंजर साबित होगी।