नई दिल्ली: आज राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर ने बताया कि तीन जून 2015 को भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंधों पर एक कार्यक्रम पर हस्ताक्षर किये गये थे,
जिसके तहत अगले दस वर्षों के लिए द्विपक्षीय रक्षा और सामरिक साझेदारी संबंधी पुराने कार्यक्रम के आधार पर दिशा-निर्देश तैयार किये जाने हैं। इस नये कार्यक्रम के तहत उच्चस्तरीय सामरिक विचार विमर्श, दोनों देशों की सीमाओं के बीच आदान- प्रदान और रक्षा क्षमताओं को मजबूत बनाया जाएगा।
दोनों पक्षों ने मोबाइल इलैक्ट्रिक हाइब्रिड पावर सोर्स और नेक्स्ट जनरेशन प्रोटेक्टिव ऑनसेम्बल्स इस संयुक्त विकास के लिए प्रस्तावों पर विचार करने का निर्णय किया है। प्रस्तावित सहयोग के अंतर्गत0 भारत की रक्षा प्रौद्योगिकी निर्माण क्षमताओं को उन्नत बनाने का भी प्रस्ताव किया गया है।