नई दिल्ली: भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (टीपीसीआई) आगामी जनवरी महीने में दिल्ली-एनसीआर में आयोजित किये जाने वाले 2020 संस्करण में ‘इंडसफूड-टेक’ और ‘इंडसफूड-केम’ नामक दो शो या प्रदर्शनियों का शुभारंभ करेगी। इसके परिणामस्वरूप इंडसफूड एक पूर्ण रूप से एकीकृत खाद्य प्रसंस्करण लाइफसाइकिल आयोजन के रूप में स्थापित हो जाएगी। इंडसफूड-2020 में 1500 से भी अधिक शीर्ष वितरकों, खुदरा विक्रेताओं, खाद्य प्रसंस्करण यूनिटों और आयातकों के भाग लेने की आशा है।
इंडसफूड के नए आयोजनों यथा ‘इंडसफूड-टेक’ और ‘इंडसफूड-केम’ के प्रस्तावित शुभारंभ पर वाणिज्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव केशव चंद्रा ने कहा कि इन दो नए आयोजनों का शुभारंभ भारत के लिए एक बड़ा अवसर है क्योंकि इस दौरान किफायती खाद्य एवं पेय (एफएंडबी) प्रसंस्करण तकनीकों में भारत की क्षमता को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही इस दौरान खाद्य अवयवों के आपूर्तिकर्ताओं को सार्क, अफ्रीका और यूरेसियन देशों के खरीदारों के समक्ष अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। यही नहीं,इन प्रदर्शनियों से विदेशी तकनीकी प्रदाताओं को नवीनतम खाद्य प्रौद्योगिकी को दुनिया के समक्ष पेश और भारत के विशाल खाद्य एवं पेय प्रसंस्करण उद्योग की बढ़ती मांग के साथ इसे एकीकृत करने का अवसर भी मिलेगा।
टीपीसीआई के अध्यक्ष मोहित सिंगला ने कहा कि आधुनिक खाद्य प्रसंस्करण तकनीकों को बिग डेटा कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और व्यापक वर्चुअल प्रक्रिया प्रबंधन युक्त मशीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित अनुप्रयोगों (एप्लीकेशन) के साथ एकीकृत कर भारत के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के परिदृश्य में व्यापक बदलाव लाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इंडसफूड-2020 के लिए अग्रणी प्रौद्योगिकी केंद्रों जैसे कि डेनमार्क, बेल्जियम, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड और थाइलैंड से मिली प्रतिक्रिया उत्साहवर्धक है और इस दौरान 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर का कारोबार होने की आशा है। वर्ष 2019 में आयोजित पिछले संस्करण यानी प्रदर्शनी में 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर का कारोबार हुआ था।